उत्तर प्रदेश उत्तराखंड

पूर्वोतर में भी भाजपा सत्तासीन होने से 2024 में देश में सत्तासीन होने की आश लगाने वाले विपक्ष  पर हुआ बज्रपात

त्रिपुरा, नागालैण्ड व मेघालय विधानसभा चुनाव 2023  में मोदी के आगे विपक्ष हुआ परास्त
प्यारा उतराखण्ड डाट काम

2 मार्च 2023 को आये तीन राज्यों त्रिपुरा, नागालैण्ड व मेधालन के विधानसभा चुनाव 2023 के मतगणना के परिणामों ने 2024 के लोकसभा चुनाव में देश की सत्ता में फिर से आसीन होने की भाजपा की आशा को मजबूत पंख लगा दिये। वहीं पूर्वोतर के इन तीन राज्यों में भाजपा से परास्त हुये विपक्ष खासकर कांग्रेस की आशाओं पर भारी बज्रपात सा कर दिया।
60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा व उसके गठबंधन ने 33 सीटें जीती। वहीं 60 सदस्यीय नागालैण्ड विधानसभा चुनााव में भाजपा  व उसके गठबंधन ने 37 सीटों पर विजय अर्जित की। इसके साथ 60सदस्यीय विधानसभा चुनाव में 59 सीटों पर चुनाव सम्पन्न हुआ जिसमें 26 सीटों पर एनपीपी को विजय मिली। इस प्रकार त्रिपुरा व नागालैण्ड में भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल करने में सफल रही। पर मेघालय में पर्याप्त बहुमत न मिलने के कारण  भले ही भाजपा अपने ंदम पर सरकार नहीं बना पायी पर वह कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने के लिये भाजपा ने  एनपीपी से गठबंधन की सरकार बनाने में सफल हो गयी। इस प्रकार पूर्वोतर में भाजपा ने इन तीन राज्यों में भी अपना परचम लहरा कर अपने विरोधियों को मात दे दी।
त्रिपुरा में जहां विपक्षी दलों को आशा थी कि वहां वामपंथी दल व कांग्रेस का गठबंधन सत्तारूढ भाजपाा को सत्ता से उखाड फैंकने में सफल होगा। परन्तु  विधानसभा चुनाव परिणाम  जैसे घोषित हुये कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष को मानो सांप ही सुंध गया।
60 सदस्रूीय त्रिपुरा विधानसभा चुनाव परिणाम  में भले ही भाजपा त्रिपुरा में अपनी सत्ता बचाने में सफल रही। पर वहां भाजपा को एक प्रकार से गत विधानसभा चुनाव में अर्जित सफलता की तुलना में 11 सीटों का भारी नुकसान हुआ। उसे 33 सीटों पर ही संतोष करना पडा। यहां भाजपा को 32 व उसकी सहयोगी दल आई पीएफटी को 1 सीट मिली।  वहीं वामपंथी गठबंधन को 14 सीटें मिली। इस वामपंथी गठबंधन में माकपा  को 11 सीटें, कांग्रेस को 3 सीटें  मिली। यहां वामपंथी 11 सीटें बढोतरी करने में सफल रही परन्तु कांग्रेस को 5 सीटों का नुकसान हुआ। इन चुनाव में टिपरा मोथा पार्टी को दोनों राष्ट्रीय दलों की उपस्थिति के बाबजूद भारी सफलता मिली। उसने 13 सीटों पर विजय अर्जित किया।  त्रिपुरा में वर्तमान मुख्यमंत्री माणि साहा भी विजय हुये। इसके साथ गत विधानसभा चुनाव में 25 सालों से त्रिपुरा की सत्ता पर काबिज वामपंथियों को आशा थी कि इस बार वे सत्ता पर काबिज होंगे। परन्तु भाजपा व टिपरा मोथा पार्टी ने उनकी आशाओं पर एक प्रकार से बज्रपात सा कर दिया।
वहीं मेधालय में आये विधानसभा चुनाव परिणाम से साफ हो गया कि जनता ने  भाजपा कांग्रेस  व एन पीपी आदि सभी दलों में किसी पर भी अपना विश्वास प्रकट कर एकमुश्त सत्ता नहीं सौंपी। मेधालय में गठबंधन की सरकार बनाने के लिये भाजपा व एनपीपी फिर मजबूर हुये।  यहां घोषित हुये चुनाव परिणाम के अनुसार एनपीपी पार्टी को भले ही सबसे अधिक सीटें मिली । परन्तु वह भी अकेले ही सरकार  गठन करने क े लिए उसके पास भी पर्याप्त बहुमत नहीं अर्जित हुआ। एनपीपी को 26, भाजपा को 2, कांग्रेस को 5, टीएमसी को 5 व अन्य को 21 सीटें मिली। इस चुनाव में कांग्रेस को यहां भारी नुकसान हुआ। गत चुनाव के नजरिये से उसे 16 सीटों का  नुकसान हुआ। यहां पर भी भाजपा एनपीपी आदि दिलों के साथ मिल कर सरकार बना रही है। यहां पर एनपीपी के दावेदार व मुख्यमंत्री काॅनराड संगमा ने कांग्रेस के ब्रेनिएल्ड मारक को पराजित किया।
वहीं नागालैण्ड विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने अपने विरोधियों को चैंकाते हुये यहां अपनी  सरकार बना डाली। यहाां भाजपा ने 37 सीटों पर विजय अर्जित की। 60सदस्यीय नागालैण्ड विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा गठबंधन को यहां 37 सीटें मिली। इसमें भाजपा गठबंधन की प्रमुख घटक एनडभ्पीपी 25 सीटें व भाजपा को 12 सीटें मिली। वहीं विपक्षी गठबंधन एनपीएफ को केवल 2 सीटें मिली। उसे यहां 24 सीटों का करारा नुकसान हुआ। वही एनपीएफ को 2 सीटें व कांग्रेस को पूरी तरह से सफाया ही हो गया।
इन चुनाव परिणाम से जहां भाजपा खेमे में भारी उत्सााह है । वे इस जीत का सेरा प्रधानमंत्री मोदी के सर पर पहना रहे हैं। वहीं कांग्रेस सहित पूरे विपक्ष को तो इस हार से मानों सांप ही सुंध गया। राहुल की भारत जोडो यात्रा व अध्यक्ष के पद पर खडगे की तााजपोशी भी इन तीन राज्यों के मतदाताओं पर अपना कोई असर छोडने में असफल रही। भाजपा ने इन तीन राज्यों में मिली जीत पर भाजपा ने अपनी परंपरा के अनुसार दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में मोदी के सर जीत का सेरा बांध कर भारी जश्न मनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस जीत का श्रेय समर्पित कार्यकत्ताओं को दिया। इस चुनाव में नागालैण्ड में पहली बार एक महिला विधायक बनने पर अपार खुशी का इजहार किया।

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