दुनिया

थाईलैंड की 10.3 किमी लम्बी गुफा से 16 दिन से फंसे 4 बाल खिलाडियों के बचाव से पूरेे विश्व में खुशी की लहर

विश्व का सबसे रहस्यमय व खतरनाक अंतरराष्ट्रीय_बचाव_अभियान में 16 दिन से जुटे थे अमेरिका, जापान, चीन और ऑस्ट्रेलिया सहित 13 अंतरराष्ट्रीय गौताखोरों व थाईलैंड की जल सेना के सील अधिकारियों सहित 1300 बचावकर्मी विशेषज्ञ

( प्याराउत्तराखण्ड डाट काम ) 8 जुलाई की रात को जैसे ही थाइलेण्ड से खबर आयी कि अंतरराष्ट्रीय बचाव दल ने 16 दिन से 10.3 किमी लम्बी गुफा में फंसे 13 सदस्यीय बाल फुटबाल दल के 4बाल खिलाडियों को सकुशल बचा लिया है और अन्य फंसे 9 फुटबाल दल के सदस्य भी कुशल से है और उनके बचाव का अभियान 9 जुलाई को शुरू किया जायेगा। ये बच्चे 10.316 किमी लम्बी गुफा में 4 किमी अंदर फंसे हुए थे। यह सुखद खबर मिलते ही विगत 16 दिन से इस रहस्यमय गुफा में फंसे बाल फुटबाल खिलाडियों के लिए चिंतित पूरे विश्व के साथ संसार के सबसे खतरनाक व रहस्यमय इस बचाव अभियान में लगे अमेरिका, जापान, चीन और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों के 13 अंतरराष्ट्रीय गौताखोरों व थाइलेण्ड की जल सेना के सील अधिकारियों सहित 1300 बचावकर्मी विशेषज्ञों में खुशी की लहर छा गयी।
बचाव अभियान में कुल 1300 लोग लगे हैं। अमेरिका, जापान, चीन और ऑस्ट्रेलिया आदि देशों के 13 अंतरराष्ट्रीय गौताखोरों व थाईलैंड की जल सेना के सील अधिकारियों सहित 1300 बचावकर्मी विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि अमेरिका सभी बच्चों को सुरक्षित गुफा से निकालने में थाईलैंड सरकार के साथ काम कर रहा है।
गौरतलब है कि 23 जून को विद्यालयी फुटबाल टीम के सभी 12 बाल खिलाडी अपने प्रशिक्षक के साथ फुटबॉल खेलने के बाद इस रहस्यमय गुफा को देखने गए थे। जब बाल फुटबालर गुफा देख रहे थे तो तभी भारी वर्षा आने के कारण गुफा के भीतर बाढ़ का पानी घुस आया और सभी बच्चे और कोच फंस गए। देर रात तक बच्चे जब घर नहीं पंहुचे तो उनके परिजनों सहित उनके विद्यालय ने उनकी खोज की। प्रशासन को गुफा के पास मोटर बाइक, साइकिल और खेल उपकरण मिलने से लेागों को इस बात का विश्वास हो गया कि ये बच्चे इसी गुफा में फंसे है। इन बच्चों की उम्र 11 से 16 साल हैं और कोच की उम्र 25 साल है। बाढ़ को देखते हुए थाइलैंड प्रशासन ने गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू किया। इस गुफा की लंबाई 10,316 मीटर बताई जाती है और बच्चे करीब चार किलोमीटर भीतर फंसे हैं।
विश्व को झकझोर कर रख देने वाले इस बचाव अभियान का निर्णायक बचाव 8 जुलाई की सुबह साढे आठ बजे प्रारम्भ हुआ और सांयकाल 7.30 तक यानी 11 घंटे चला। इसके लिए 12.8 करोड़ लीटर पानी भी गुफा से निकाला जा चूका है। आज 9 जुलाई की प्रातः साढे छह बजे गुफा में फंसे 9 लोगों को निकिालने के लिए अभियान प्रारम्भ किया जायेगा। इन बच्चों को हेलीकाॅप्टर से चिंयाग राई प्रांत के अस्पताल में ले जाया गया। बचाव दल के प्रवक्ता ने पिछले दिनों बताया था कि सभी का स्वास्य अच्छा है और गुफा से उनके बचाए जाने तक सैनिक उनके साथ रहेंगे। बच्चों को पिछले दिनों गोताखोरी सिखने की भी ट्रेनिंग दी गई ताकी उन्हें निकालने में ज्यादा परेशानी नहीं हो।
इस प्रकरण पर पूरे विश्व के जागरूक लोगों व जिम्मेदार सरकारों की नजर लगी हुई थी। अमेरिका के #राष्ट्रपति_डोनाल्ट_ट्रंप ने भी इस पूरे बचाव अभियान में नजर लगाये हुए थे। उन्होने इस अभियान में थाइलैंड सरकार को पूरा सहयोग दिया। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इस सफल अभियान पर चैन की सांस लेते हुए बचाव अभियान में लगे 1300 कर्मियों को अपनी बधाई दी। पूरे विश्व को आशा है कि जिस प्रकार यह खतरनाक अभियान सफलता से चलाया गया उसने पूरे विश्व के मानव समाज की एकता का परिचय दिया। आशा है आज शेष बचे 9 सदस्यों का भी बचाव किया जायेगा। विश्व के अधिकांश लोगों को आशा नहीं थी कि 16 दिन से पानी भर चूके गुफा में फंसे बच्चे जिंदा होंगे। इस अभियान में बचाव दल का एक सदस्य भी गुफा में दम तोड़ चूका था। इसके बाद इस सफलता को लोग किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं।

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