जॉर्ज पंचम की पोती, महारानी विक्टोरिया की पडपोती व वर्तमान में विश्व में सबसे लंबे समय तक राष्ट्राध्यक्ष रही ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-2 का 08 सितम्बर2022 को 96 साल की उम्र में निधन हो गया।ब्रिटेन की महारानी व राष्ट्रमंडल देशों की प्रमुख 96 वर्षीय एलिजाबेथ-2 का निधन
पर भारत सहित सभी #राष्ट्रमंडल देश(अंग्रेजों के पूर्व गुलाम) रखेंगे 1 दिन का शोक। राजकुमार चार्ल्स बने ब्रिटेन के राजा व राष्ट्रमंडल के प्रमुख। संसार का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका जो 150 साल तक अंग्रेजों का गुलाम रहा हो परंतु उसने अंग्रेजों की सरपरस्त में गुलामी का बोध करने वाली राष्ट्रमंडल देशों की सदस्यता लेकर अपने स्वाभिमान की रक्षा की हो वह अमेरिका भी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर अपना झंडा रूप में झुकाए रखेगा। संसार भर की राष्ट्र प्रमुखों ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है।
महारानी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए विकीपीडिया के अनुसार एलिज़ाबेथ का जन्म लंदन में ड्यूक जॉर्ज़ षष्टम व राजमाता रानी एलिज़ाबेथ के यहाँ पैदा हुईं व उनकी पढाई घर में ही हुई। एलिज़ाबेथ को निजी रूप से पर घर पर शिक्षित किया गया था। उनके पिता ने १९३६ में एडवर्ड अष्टम के राज-पाठ त्यागने के बाद राज ग्रहण किया। तब वह राज्य की उत्तराधिकारी हो गयी थीं। उन्होंने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जनसेवाओं में हिस्सा लेना शुरु किया व सहायक प्रादेशिक सेवा में हिस्सा लिया। १९४७ में उनका विवाह राजकुमार फिलिप से हुआ जिनसे उनके चार बच्चे, चार्ल्स, ऐने, राजकुमार एँड्रयू और राजकुमार एडवर्ड हैं।
६ फरवरी १९५२ को अपने राज्याभिषेक के बाद एलिज़ाबेथ राष्ट्रकुल की अध्यक्ष व साथ स्वतंत्र देशों यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान अधिराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका व सिलोन की शासक रानी बन गयीं। उनका राज्याभिषेक समारोह अपने तरह का पहला ऐसा राज्याभिषेक था जिसका दूरदर्शन पर प्रसारण हुआ था। 1956 से 1992 के दौरान विभिन्न देशों को स्वतंत्रता मिलते रहने से उनकी रियासतों की संख्या कम होती गई। वह विश्व में सबसे वृद्ध शासक और ब्रिटेन पर सबसे ज्यादा समय तक शासन करने वाली रानी है। ९ सितम्बर २०१५ को उन्होंने अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के सबसे लंबे शासनकाल के कीर्तिमान को तोड़ दिया व ब्रिटेन पर सर्वाधिक समय तक शासन करने वाली व साम्राज्ञी बन गयीं।
एलिज़ाबेथ के शासन के दौरान यूनाइटेड किंगडम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए, जैसे अफ्रीका की ब्रिटिश उपनिवेशीकरण से स्वतंत्रता, यूके की संसद की शक्तियों का वेल्स, स्कॉटलैंड, इंग्लैंड व आयरलैंड की संसदों में विभाजन इत्यादि। अपने शासनकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न युद्धों के दौरान अपने राज्य का नेतृत्व किया। 8 सितंबर 2022 को उनका देहांत हो गया।