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केजरीवाल सरकार बेनकाब, कागजों में ही चल रहा है खेल विश्वविद्यालय, खेल विश्वविद्यालय के नाम पर 1.71 करोड़ रु. प्रचार में किये खर्च-आदेश गुप्ता

कागजो में विश्वविद्यालय और कागजों में समझौता, क्या ऐसे होगा दिल्ली के खिलाड़ियों का विकास-आदेश गुप्ता

केजरीवाल ऐसे वायदों के सौदागर हैं जो सिर्फ अपनी झूठी और बेबुनियादी बातों को बेचकर दुकान चलाते हैं-आदेश गुप्ता

क्या कागजों में चल रही खेल यूनिवर्सिटी के दम पर दिल्ली के युवा लाएंगे पदक-आदेश गुप्ता

केजरीवाल सरकार ने खेल विश्वविद्यालय के नाम पर 1.71 करोड़ रुपये अब तक सिर्फ प्रचार में खर्च कर दिया है-आदेश गुप्ता

प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम

नई दिल्ली, 7 जून 2022

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार फिर आज केजरीवाल सरकार की को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया । दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आदेश गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए आरोप लगाया  कि बड़े-बड़े वादे करके जनता को रिझाने वाले अरविंद केजरीवाल 3 अक्टूबर 2019 को दिल्ली के मुंडका में खेल विश्वविद्यालय बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक विश्वविद्यालय कहां है, दिल्ली में किसी को पता तक नहीं है। केजरीवाल ने कहा था कि खेल विश्वविद्यालय बनने के बाद युवाओं को विविध खेलो में विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त होगा।

श्री गुप्ता ने कहा कि आज तक केजरीवाल के उस विश्वविद्यालय का दिल्लीवालों ने शक्ल तक नहीं देखी और उस दिल्ली खेल विश्वविद्यालय और पूर्वी लंदन विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर तक कर दिया गया जिसका उद्देश्य विश्व स्तर के खिलाड़ी तैयार करना है। ऐसा चमत्कार सिर्फ केजरीवाल ही कर सकते हैं क्योंकि वह एक ऐसे वायदों के सौदागर हैं जो सिर्फ अपनी झूठी और बेबुनियादी बातों को बेचकर अपनी दुकान चलाते हैं। क्या ऐसी ही खेल यूनिवर्सिटी के दम पर युवा स्पोर्ट्स में पदक लाएंगे जो सिर्फ कागजों में चल रही है? कागजों में चल रहे खेल विश्वविद्यालय और कागजों में समझौता हो रहा है जिससे दिल्ली के खिलाड़ियों का विकास सिर्फ कागजों में ही हो सकता है।

श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि जिस दिल्ली खेल विश्वविद्यालय का वजूद तक नहीं उसका कुलपति तक घोषित किया जा चुका है। जिन्हें केजरीवाल सरकार द्वारा हर महीने 11, 500 रुपये विशेष भत्ते के रूप में दिए जाते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के उच्च शिक्षा विभाग ने दिल्ली विधानसभा में एक सवाल के जवाब में कहा था कि वह इस विश्वविद्यालय में प्रवेश हेतु प्रचार में 1.71 करोड़ रुपये खर्च कर डाला है। केजरीवाल का यह महज चुनावी शिगूफा था और कुछ नहीं। क्योंकि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे केजरीवाल ने ठगा नहीं।

श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि युवाओं के नाम पर केजरीवाल शुरू से राजनीति करते आये हैं। जिस मुख्यमंत्री के दिमाग में युवाओं और महिलाओं को शराब पिलाने की बात हो, वह कभी कैसे किसी के भविष्य के बारे में सोच सकता है। हर एक वायदों की तरह केजरीवाल का खेल विश्वविद्यालय बनाने का वायदा भी तीन साल होने पर भी पूरा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि आज तक खेल यूनिवर्सिटी के नाम पर एक ईंट तक नहीं डाली गई है। जो सरकार पूरे सात सालों में एक नया स्कूल तक नहीं खोल पाई उससे विश्वविद्यालय खोलने की उम्मीद पालना सिर्फ बेवकूफी है और कुछ नहीं।

 

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