Pithoragarh Udham Singh Nagar उत्तराखंड

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री बने संघ समर्पित युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी

 

प्रधानमंत्री मोदी व गृह मंत्री अमित शाह की अपेक्षाओं में खरा उतरकर उत्तराखंड के विकास के कार्यों को जारी रखूंगा-धामी

प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम
आज 3 जुलाई 2020 की दोपहर 3:00 बजे देहरादून में भाजपा विधायक मंडल दल ने सर्वसम्मति से पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में चयनित करने के लिए विधायक मंडल दल का नेता चुना।
उत्तराखंड भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित विधायक मंडल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर, पुरंदेश्वरी केंद्रीय प्रभारी दुष्यंत गौतम के अलावा प्रदेश के सभी सांसद उपस्थित थे।
जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने खटीमा के विधायक पुष्कर सिंह धामी का नाम का प्रस्ताव भाजपा विधायक मंडल दल के नेता के रूप में रखा, तो भाजपा विधान सभा सदस्यों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इससे 2 दिन से चली आ रही इन अटकलों पर विराम लगा कि उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।

उत्तराखंड प्रदेश भाजपा विधायक मंडल दल के नेता चुने जाने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह का हार्दिक आभार प्रकट करते हुए विश्वास प्रकट किया कि वह हर चुनौती का डटकर सामना करके उत्तराखंड को विकास के पथ पर अग्रसर करते रहेंगे। श्री धामी ने कहां की पार्टी ने उन जैसे आम कार्यकर्ता को इतना बड़ा दायित्व भी कर प्रदेश की सेवा का मौका दिया है ।वह इस अपेक्षा पर खरा उतरने की हर संभव कोशिश करेंगे।

विधायक मंडल दल का नेता निर्वाचित होने की बाद, पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल से भैंट की। राज्यपाल ने उन्हें सरकार सरकार बनाने का आमंत्रण दिया।
गौरतलब है कि खटीमा से दो बार विधायक निर्वाचित हुए पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 पिथौरागढ़ जनपद की कनालीच्छीना क्षेत्र की टुंडी गांव में एक सैनिक परिवार में हुआ। कानून की स्नातक रहे पुष्कर धामी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित स्वयंसेवक रहे। उनकी संग आयुक्त 33 साल है। इसी दौरान हुए संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में 10 साल तक लखनऊ विश्वविद्यालय, अवध प्रांत में कार्यरत रहे।
सन 2002 से 2008 तक पुष्कर सिंह धामी 2 बार उत्तराखंड युवा मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष में रहे।
प्रदेश की सक्रिय राजनीति में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक के वरिष्ठ स्वयंसेवक वह प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की सन्निकट रहे। इसी दौरान भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2012 में उधम सिंह नगर की खटीमा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया। खटीमा विधानसभा सीट से 2 बार निरंतर निर्वाचित हुए हैं। इसके साथ व्वे 2019 में नैनीताल लोकसभा सीट के प्रत्याशी की दावेदारी की मजबूती से कर रहे थे।
उत्तराखंड प्रदेश भाजपा संगठन में मूवी 2016 से 2020 और 2020 से अब तक प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर आसीन हैं।

पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने का आशीर्वाद देकर भाजपा आला नेतृत्व नहीं साफ कर दिया है कि वह उत्तराखंड में भाजपा की युवा समर्पित नेतृत्व को ही आगे बढ़ाएगा। अटकलें लगाई जा रही थी कि कांग्रेसी भाजपा में सम्मलित हुए प्रदेश के कद्दावर नेता सतपाल महाराज को आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा आसाम की तरह उत्तराखंड में भी मुख्यमंत्री की ताजपोशी करेगी। परंतु उत्तराखंड में भाजपा ने वरिष्ठ लोकप्रिय व अनुभवी नेताओं के
बजाय संघ के स्वयंसेवक समर्पित युवा नेताओं को ही आगे बढ़ाया।
जिस प्रकार से भाजपा ने भारी बहुमत के बावजूद इस कार्यकाल में तीन मुख्यमंत्रियों को एक के बाद एक बनाया उससे में केवल प्रदेश की जनता अब देश की जनता में भी साफ हो गया कि भाजपा का आना नेतृत्व मुख्यमंत्री चयन जन अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं कर पा रहा है।
जिस प्रकार से त्रिवेंद्र रावत को हटाने के बाद केंद्रीय नेतृत्व ने तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया था उनका कार्यकाल दे आम जनता की गलेे भाजपा नेतृत्व का यह निर्णय नहीं उतरा। परंतु 115 दिन बाद ही जिस प्रकार से तीरथ सिंह रावत को भी हटा कर पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी की गई उसका लाभ विधानसभा चुनाव की दर पर खड़ी भाजपा कहां तक उठा पाएगी या यह कदम भी भाजपा के लिए आत्मघाती साबित होगा। यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा। परंतु भाजपा के आला नेतृत्व के निर्णय से साफ हो गया कि भाजपा नेतृत्व को प्रदेश की जनता पर प्रदेश के नेताओं से अधिक खुद अपनी पकड़ पर विश्वास है।
भले ही पुष्कर सिंह धामी का कार्यकाल चंद्र महीनों का होगा परंतु उनके समक्ष चुनौतियों का पहाड़ खड़ा है।यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा कि वे कोशियारी की तरह ही विधानसभा चुनाव में साबित होंगे या हुए भाजपा को चुनावी वैतरणी से पार उतारने में सफल होंगे। उत्तराखंड की जनता उनसे आशा करती है कि वह पूर्व मुख्यमंत्रियों की तरह उत्तराखंड की जन आकांक्षाओं (राजधानी गैरसैण, मुजफ्फरनगर कांड, जनसंख्या पर आधारित विधानसभा परिसीमन, हिमाचल की तरह भू कानून, मूल निवास, सुशासन व रोजगार) उपेक्षा न करते हुए इनको साकार करेंगे। इसका समिति नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री पुष्कर धाम में है यह कहते हुए दिया कि उत्तराखंड के हर व्यक्ति तक उनकी सरकार पहुंचेगी। पुष्कर सिंह धामी 4 जुलाई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे।

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