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लोकनायक व नाना जी की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वामित्व योजना का शुभारंभ

स्वामित्व योजना गांवों को मजबूती प्रदान करते हुए एतिहासिक परिर्वतन लायेगी-मोदी
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6 राज्यों (हरियाणा, उतराखण्ड, उतरप्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक )के 763 गाँवों के लगभग 1 लाख संपत्ति के मालिकों को मिला मालिकाना हक का संपत्ति का कार्ड
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नई दिल्ली (प्याउ व पसूकाभास )

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 11 अक्टूबर को लोकनायक जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख को उनकी जन्म जयंती पर देश के ग्रामीणों को अपनी आवासीय सम्पति का मालिकाना हक देने वाली स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “मैं लोकनायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर नमन करता हूँ। उन्होंने भारत की स्वाधीनता के लिए वीरता पूर्वक लड़ाई लड़ी और जब भारतीय लोकतन्त्र खतरे में था तब उन्होंने इसे संरक्षित करने के लिए विशाल जन आंदोलन का नेतृत्व किया। उनके लिए राष्ट्रीय हित और जन कल्याण सर्वोपरि था। महान नानाजी देशमुख, लोकनायक जयप्रकाश के निष्ठवान अनुयायियों में से एक थे। उन्होंने जेपी के विचारों और आंदोलनों को लोकप्रिय बनाने में अनथक परिश्रम किए। ग्रामीण विकास के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्य हमें प्रेरित करते हैं। प्रधानमंत्री, भारत रत्न नानाजी देशमुख को उनकी जयंती पर याद कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को गर्व होता है कि इस भूमि पर लोकनायक जेपी और नानाजी देशमुख जैसे महान लोगों ने जन्म लिया। उन्होंने कहा कि आज का दिन देश के लिए उनके विचारों को पूरा करने की प्रतिबद्धता दोहराने का दिन है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनो महापुरूषों की स्मृति को नमन करते हुए स्वामित्व योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्वामित्व योजना ग्रामीण भारत में बदलाव, लाखों लोग होंगे सशक्त । प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने ठान लिया है कि गांव और गरीब को आत्मनिर्भर बनाना, भारत के सामर्थ्य की पहचान बनाना है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए स्वामित्व योजना की भूमिका भी बहुत बड़ी है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 4 साल में 6.2 लाख गांवों को कवर किया जाएगा। स्वामित्व योजना से विवादों को कम करने और वित्तीय तरलता को बढ़ावा मिलेगा । प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन एक लाख लोगों को अपने घरों का स्वामित्व पत्र या प्रॉपर्टी कार्ड मिला है, जिन्होंने अपना कार्ड डाउनलोड किया है, उन्हें मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज आपके पास एक अधिकार है, एक कानूनी दस्तावेज है कि आपका घर आपका ही है, आपका ही रहेगा..। .ये योजना हमारे देश के गांवों में ऐतिहासिक परिवर्तन लाने वाली है। आत्मनिर्भर भारत अभियान में आज देश ने एक और बड़ा कदम उठा दिया है। स्वामित्व योजना, गांव में रहने वाले हमारे भाई-बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत मदद करने वाली ह।
गांव और गरीब की आवाज को बुलंद करना जेपी और नानाजी के जीवन का साझा संकल्प रहा है। इन दोनों महापुरुषों का सिर्फ जन्मदिन ही एक तारीख को नहीं पड़ता, बल्कि इनके संघर्ष और आदर्श भी एक समान रहे हैं। नानाजी कहते थे कि जब गांव के लोग विवादों में फंसे रहेंगे तो न अपना विकास कर पाएंगे और न ही समाज का।मुझे विश्वास है, स्वामित्व योजना भी हमारे गांवों में अनेकों विवादों को समाप्त करने का बहुत बड़ा माध्यम बनेगी।
इस अवसर पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूरे विश्व के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर देते रहे हैं कि जमीन और घर के मालिकाना हक की, देश के विकास में बड़ी भूमिका होती है। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है, जब संपत्ति पर अधिकार मिलता है तो नागरिकों में आत्मविश्वास बढ़ता है। जब संपत्ति का रिकॉर्ड होता है तो निवेश के लिए नए रास्ते खुलते हैं। संपत्ति का रिकॉर्ड होने पर बैंक से कर्ज आसानी से मिलता है, रोजगार-स्वरोजगार के रास्ते बनते हैं। गांव के कितने ही नौजवान हैं जो अपने दम पर कुछ करना चाहते हैं।
लेकिन घर होते हुए भी उन्हें, अपने घर के नाम पर बैंक से कर्ज मिलने में कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
स्वामित्व योजना के तहत बने प्रॉपर्टी कार्ड को दिखाकर, बैंकों से बहुत आसानी से कर्ज मिलना सुनिश्चित हुआ।
बीते 6 सालों से हमारे पंचायती राज सिस्टम को सशक्त करने के लिए जो प्रयास चल रहे हैं, उनको भी स्वामित्व योजना मजबूत करेगीरू
पिछले 6 वर्षों में पुरानी कमी को दूर करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। आज देश में बिना किसी भेदभाव, सबका विकास हो रहा है, पूरी पारदर्शिता के साथ सबको योजनाओं का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 6 दशकों तक गांव के करोड़ों लोग बैंक खातों से वंचित थे। ये खाते अब जाकर खुले है। 6 दशकों तक, गांव के करोड़ों परिवार शौचालय से वंचित थे। आज घर-घर में शौचालय भी बन गए हैं। दशकों तक गांव का गरीब गैस कनेक्शन से वंचित था। आज गरीब के घर भी गैस कनेक्शन पहुंच गया है।
दशकों तक गांव के करोड़ों परिवारों के पास अपना घर नहीं था। आज गांव के करीब-करीब 2 करोड़ गरीब परिवारों को पक्के घर मिल चुके हैं। छोटे किसानों, पशुपालकों, मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड मिलने से जिनकी काली कमाई का रास्ता बंद हो गया है, उनको आज समस्या हो रही है। यूरिया की नीमकोटिंग से जिनके गैर-कानूनी तौर तरीके बंद हो गए, दिक्कत उन्हें हो रही है।
किसानों के बैंक खाते में सीधा पैसा पहुंचने से जिनको परेशानी हो रही है, वो आज बेचैन हैं। किसान और खेत मजदूर को मिल रही बीमा, पेंशन जैसी सुविधाओं से जिनको परेशानी है, वो आज कृषि सुधारों के विरोध में हैं। देश ने ठान लिया है कि गांव और गरीब को आत्मनिर्भर बनाना, भारत के सामर्थ्य की पहचान बनाना है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए स्वामित्व योजना की भूमिका भी बहुत बड़ी हैरू
दो गज की दूरी रहे, हाथ की साफ-सफाई बनी रहे और मास्क लगातार मुंह पर रहे, ये हमें सुनिश्चित करना है।
याद रखिए, जबतक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं है।

स्वामित्व योजना के बारे में जानकारी देते हुए केेंद्रीय ग्रामीण विकास व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि स्वामित्व योजना ग्रामवासियों को अपनी आवासीय संपति का मालिकाना हक दिलाने में मदद करेगी। भूमि रिकाॅर्ड का डिजिटलीकरण, गा्रमीण क्षेत्रों का सशक्तिकरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामित्व योजना के तहत संपति कार्ड का वितरण का शुभारंभ 11 अक्टूबर को किया।
स्वामित्व योजना को साकार बनाने के लिए 2020-21 के दौरान ड्रोन का उपयोग कर हरियाणा, उतराखण्ड, उतरप्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक के लगभग 1लाख गांवों में संपति के रिकाॅर्ड का सर्वेक्षण किया गया। इन 6 राज्यों के 763 गांवों के लगभग 1 लाख संपति के मालिकों को अपनी संपति का कार्ड मिलेगा। संपति कर का निर्धारण और वित्तीय संस्थाओं से संपति कर्ज का लाभ मिलेगा। इस योजना के लाभार्थियों के साथ प्रधानमंत्री ने संवाद भी किया।
वहीं उतराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुभारंभ की गयी स्वामित्व योजना का स्वागत करते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी ने छः राज्यों के 763 गांवों के 1 लाख लोगों को प्रापर्टी कार्ड के वितरण का डिजिटल शुभारम्भ किया। इनमें उत्तराखंड के 50 गांवों के 6800 लाभार्थी शामिल हैं।

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