देश

795605 हुई भारत में कोरोना पीड़ितों की संख्या और मरे 21632 लोग

राष्ट्रीय स्तर पर ठीक होने की दर सुधर कर 62.09 प्रतिशत हुई।

कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए राज्यों की पहल

10 जुलाई 2020
नई दिल्ली से पसूकाभास

10जुलाई 2020को कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए छिडे महासंग्राम के दौरान जो आंकडे बताये जा रहे हैं, उनके अनुसार. विश्व में कोरोना महामारी के पीड़ितों की संख्या   12397927 है। वहीं मृतकों की संख्या  तथा इस महामारी से उबरे लोगो की संख्या  7227108है। कोरोना महामारी से 557566 लोग मारे गये। मरने वालों की सबसे अधिक अमेरिका में 135828, ब्राजील 69254 , रूस 10843, ब्रिटेन 44602 , इटली34926, स्पेन28401 , फ्रांस 29979 व मैक्सिको33526 है।
वहीं दूसरी तरफ भारत में कोरोना महामारी से पीडितों की संख्या 795605  तथा    उपचार के बाद 496048लोग स्वस्थ हो गये। इस महामारी से 21632 लोग मारे गये। भारत में कोरोना महामारी पर अंकुश लगाने के लिए देश की सरकारें क्या क्या कदम उठा रही है।
भारत मे सभी राज्यों व केन्द्र प्रशासित क्षेत्रों में कोरोना महामारी व इस पर अंकुश लगाने की स्थिति कैेसी है। इसके बारे में भारत सरकार की पत्र सूचना कार्यालय द्वारा 09जुलाई की सांय को जारी विज्ञप्ति के अनुसार•
सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक हुए लोगों की संख्या 1.75 गुना अधिक है; ठीक हुए लोगों और सक्रिय मामलों के बीच का अंतर 2 लाख से अधिक हुआ।

डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 18वीं बैठक की अध्यक्षता की।

भारत में प्रति दस लाख पर मामले (538) तथा प्रति दस लाख पर मृत्यु (15) है जो  क्रमशः 1453 और 68.7 के वैश्विक औसत की तुलना में निम्नतम में से एक है।

आठ राज्यों की भागीदारी सक्रिय मामलों में लगभग 90 प्रतिशत और 49 जिलों की सक्रिय मामलों में भागीदारी 80 प्रतिशत है।

 प्रधानमंत्री ने इंडिया ग्लोबल वीक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत वैश्विक पुनरुत्थान में अग्रणी भूमिका निभाएगा।

भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन समुद्र सेतु पूरा किया; 3,992 भारतीय नागरिकों को समुद्र के रास्ते से वापस अपने देश लाया गया।

 

 


 

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से कोविड-19 पर प्राप्त अपडेट: सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक हुए लोगों की संख्या 1.75 गुना अधिक; ठीक हुए लोगों और सक्रिय मामलों के बीच का अंतर 2 लाख से अधिक; देश स्तर पर ठीक होने (रिकवरी) की दर बढ़कर 62.09 प्रतिशत हुई

एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में, ठीक हुए लोगों की संख्या, कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या से 2,06,588 अधिक है। सक्रिय मामलों की तुलना में ठीक हुए लोगों की संख्या 1.75 गुना अधिक है। पिछले 24 घंटों के दौरान, कुल 19,547 मरीज़ ठीक हुए हैं और इस प्रकार आज तक कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 4,76,377 हो गयी है। यह घर-घर जाकर संपर्क का पता लगाने, प्रारंभिक पहचान करने और आइसोलेशन के साथ-साथ कोविड-19 मामलों के समय पर और प्रभावी नैदानिक प्रबंधन के माध्यम से निगरानी पर ध्यान केंद्रित करने का परिणाम है। वर्तमान में, 2,69,789 सक्रिय मामले हैं और सभी गहन चिकित्सा देख-रेख में हैं। भारत में कोविड-19 की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है और कोविड-19 रोगियों के ठीक होने (रिकवरी) की दर आज बढ़कर 62.09 प्रतिशत हो गई है।

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डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 पर मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 18वीं बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में आज कोविड-19 पर वीडियो कॉंन्फ्रेंस के जरिये उच्च स्तरीय मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 18वीं बैठक आयोजित हुई। जीओएम को जानकारी दी गई कि आज की तारीख तक देश में 3,77,737 आइसोलेशन बेडो (बिना आईसीयू सहायता के) के साथ कुल 3,914 सुविधा केंद्र, 39,820 आईसीयू बेड और 20,047 वेंटिलेटरों के साथ 1,42,415 ऑक्सीजन समर्थित बेड हैं। स्वास्थ्य देखभाल संभार तंत्र के लिहाज से, संचयी रूप से 213.55 लाख एन95 मास्कों, 120.94 लाख पीपीई तथा 612.57 लाख एचसीक्यू टैबलेटों का वितरण किया जा चुका है। पांच सर्वाधिक प्रभावित देशों के बीच वैश्विक तुलना से स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हुआ कि भारत में प्रति दस लाख पर मामले (538) तथा प्रति दस लाख पर मृत्यु (15) है जो क्रमशः 1453 एवं 68.7 के वैश्विक औसत की तुलना में निम्नतम में से एक है। आज की तिथि तक, देश के भीतर, आठ राज्यों (महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात) की भागीदारी सक्रिय मामलों में लगभग 90 प्रतिशत और 49 जिलों की सक्रिय मामलों में भागीदारी 80 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त, छह राज्यों (महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल) की कुल मौतों में 86 प्रतिशत भागीदारी तथा 32 जिलों की कुल मौतों में 80 प्रतिशत भागीदारी है।

 

प्रधानमंत्री ने इंडिया ग्लोबल वीक के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया; भारत वैश्विक पुनरुत्थान में अग्रणी भूमिका निभा रहा है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज इंडिया ग्लोबल वीक के उद्घाटन सत्र को वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया। वर्तमान संकट का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत वैश्विक पुनरुत्थान में अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि यह दो कारकों के साथ नज़दीकी रूप से जुड़ा हुआ है। पहला है- भारतीय प्रतिभा और दूसरा है- भारत की सुधार और कायाकल्प करने की क्षमता। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारत के प्रतिभा-बल, विशेष रूप से भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग और तकनीकी पेशेवरों के योगदान को अत्यधिक मान्यता दी जाती है। उन्होंने भारत को प्रतिभा का एक शक्ति-पुंज (पावरहाउस) बताया जो योगदान देने के लिए उत्सुक है। उन्होंने कहा कि सुधार करना देशवासियों की प्रकृति में है और इतिहास बताता है कि भारत ने हर चुनौती पर जीत हासिल की है, चाहे वह सामाजिक हो या आर्थिक। उन्होंने कहा कि जब भारत पुनरुत्थान की बात करता है तो यह है: देखभाल के साथ पुनरुत्थान, करुणा के साथ पुनरुत्थान, पुनरुत्थान जो पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए सतत है।

 

इंडिया ग्लोबल वीक 2020 में प्रधानमंत्री के उद्घाटन भाषण का मूलपाठ

प्रविष्टि तिथि: 09 JUL 2020 3:10PM by PIB Delhi

सभी क्षेत्रों से आए प्रतिष्ठित मेहमानों को नमस्कार। भारत की ओर से मैं आप सबको बधाई देता हूं। मैं इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए इंडिया इंक ग्रुप की तारीफ करता हूं। वर्तमान कार्यक्रम पिछले कुछ वर्षों के दौरान इंडिया इंक द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों का एक हिस्सा है। आपके कार्यक्रमों ने भारत में वैश्विक दर्शकों को बुलाने के अवसर दिलाने में काफी मदद की है। आपने भारत और यूके के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने में मदद की है। मुझे इस बात की खुशी है कि इस साल के आयोजन में दूसरे भागीदारों को भी शामिल किया गया है। इसके लिए आपको एक बार फिर से बधाई। उम्मीद है कि अगले साल आपको सेंटर कोर्ट में होने का अवसर मिलेगा और विंबलडन का आनंद भी मिलेगा।

दोस्तों,

अभी के माहौल में पुनरुत्थान के बारे में बात करना स्वाभाविक है। इसमें वैश्विक पुनरुत्थान और भारत को जोड़ना भी उतना ही स्वाभाविक है। मुझे विश्वास है कि वैश्विक पुनरुत्थान की कहानी में भारत की अग्रणी भूमिका होगी। मैं इसे दो कारकों के साथ बड़ी निकटता से देखता हूं। पहला है- भारतीय प्रतिभा। दुनिया भर मेंआपने भारत की प्रतिभाशक्ति का योगदान देखा है। इसमें भारतीय पेशेवर,डॉक्टर,नर्स,बैंकर,वकील,वैज्ञानिक,प्रोफेसर, हमारे मेहनतकश मजदूर शामिल हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग और प्रौद्योगिकी पेशेवरों को भला कौन भूल सकता है। वे दशकों से रास्ता दिखा रहे हैं। भारत प्रतिभा का एक खजाना है,जो योगदान करने के लिए सदा उत्सुक है, हमेशा कुछ सीखने के लिए तैयार है। इसमें दोतरफा तालमेल है जो बहुत फायदेमंद है।

दोस्तों,

दूसरा कारक- सुधार और कायाकल्प करने की भारत की क्षमता है। भारतीय स्वाभाविक तौर पर सुधारक हैं! इतिहास में यह दर्ज है कि भारत ने हर चुनौती को पार किया है,चाहे वह सामाजिक चुनौती हो या आर्थिक। भारत ने ऐसा सुधार और कायाकल्प की भावना के साथ किया है। भारतीयों में ऐसी ही भावना अब भी जारी है।

दोस्तों,

एक तरफ भारत वैश्विक महामारी के खिलाफ एक जबर्दस्त लड़ाई लड़ रहा है। लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही हम अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य पर भी समान रूप से ध्यान दे रहे हैं। जब भारत पुनरुद्धार की बात करता है तो यह देखभाल के साथ पुनरुद्धार, करुणा के साथ पुनरुद्धार की बात करता है।वह पुनरुद्धार जो पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए टिकाऊ हो। हम भारत में उस संस्कृति से संबंध रखते हैंजहां माता के स्वरूप की पूजा सभी करते हैं। भारत में यह माना जाता है कि पृथ्वी हमारी माता है और हम उसके बच्चे हैं।

दोस्तों,

पिछले छह वर्षों के दौरान, भारत ने कुल वित्तीय समावेशन,रिकॉर्ड स्तर परआवास और बुनियादी ढांचागत निर्माण, व्यापार करने को सुगम बनाना (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस),जीएसटी सहित ठोस कर सुधारों,दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल पहल- आयुष्मान भारत जैसे क्षेत्रों में महान कार्य संपन्न किए हैं। इन लाभकारी कार्यों ने विकास की पहल के अगले दौर के लिए नींव निर्धारित कर दी है।

दोस्तों,

भारतीयों में जो असंभव माना जाता है उसे हासिल करने की भावना होती है। कोई आश्चर्य नहीं कि भारत में,हम जब आर्थिक सुधार की बात आती है तो पहले से ही ग्रीन-शूट्स की अहमियत समझ रहे हैं। महामारी के इस कठिन समय में,हमने अपने नागरिकों को राहत प्रदान की है और ठोस संरचनात्मक सुधार किए हैं। हम ऐसी अर्थव्यवस्था बना रहे हैं जो अधिक उत्पादक,निवेश के अनुकूल और प्रतिस्पर्धी हो।

हमारे राहत पैकेज को स्मार्ट बनाया गया है और सबसे अधिक गरीबों तक सबसे ज्यादा मदद पहुंचाने को लक्ष्य बनाया गया है। इसके लिए प्रौद्योगिकी को धन्यवाद देता हूं जिसकी बदौलत मदद का प्रत्येक पैसा सीधे लाभार्थियों तक पहुंचा है। राहत में मुफ्त खानापकाने की रसोई गैस,बैंक खातों में नकदी,लाखों लोगों को मुफ्त अनाज और कई अन्य चीजें शामिल हैं। हमने लॉकडाउन खत्म करने के तुरंत बाद ही लाखों श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए दुनिया के सबसे बड़े सार्वजनिक कार्यों में से एक कार्यक्रम का शुभारंभ किया है। यह न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को फिर से सक्रिय करेगा,बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में टिकाऊ बुनियादी ढांचे के निर्माण में भी मदद करेगा।

दोस्तों,

भारत दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से अब भी एक बना हुआ है। हम भारत में आने और अपनी कंपनियां स्थापित करने के लिए सभी वैश्विक कंपनियों का स्वागत करते हैं। आज भारत जिस तरह के अवसर दे रहा है, दुनिया के बहुत कम देश ऐसा करेंगे। भारत में विभिन्न उदीयमान क्षेत्रों में कई संभावनाएं और अवसर हैं। कृषि क्षेत्र में हमारे सुधार से भंडारण और रसद में निवेश करने के लिए अभी बहुत ही आकर्षक अवसर हैं। हम अपने किसानों की कड़ी मेहनत वाले क्षेत्र में निवेशकों के सीधे आने और निवेश करने के लिए मौका दे रहे हैं।

दोस्तों,

हमने एमएसएमई क्षेत्र में भी सुधार किए हैं। एक उभरता एमएसएमई क्षेत्र भी बड़े उद्योग का पूरक होगा। रक्षा क्षेत्र में निवेश के अवसर हैं। एफडीआई मानदंडों में राहत के साथ दुनिया की सबसे बड़ी सेना में से एकआपको भारतीय सेना के लिए उत्पाद बनाने को आमंत्रित करती है। अबअंतरिक्ष क्षेत्र में निजी निवेश के अधिक अवसर हैं। इसका मतलब लोगों के हितमें अंतरिक्ष तकनीक के व्यावसायिक उपयोग के अधिक अवसर मिलेंगे। भारत का टेक और स्टार्ट-अप सेक्टर जीवंत है। डिजिटल रूप से सशक्त होने और आकांक्षी लोगों का लाखों का बाजार है। आप कल्पना कीजिए कि आप उनके लिए किस तरह के उत्पाद बना सकते हैं।

दोस्तों,

कोविड महामारी ने एक बार फिर बता दिया कि भारत का फार्मा उद्योग न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए एक संपत्ति है। इसने खासकर  विकासशील देशों के लिए दवाओं की लागत को कम करने में अग्रणी भूमिका निभाई है। भारत में बने टीके दुनिया के बच्चों के टीकाकरण की दो-तिहाई जरूरतें पूरी करते हैं। आज भी हमारी कंपनियां कोविड-19 के टीके के विकास और उत्पादन के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। मुझे यकीन है कि एक बार दवा की खोज हो जाने के बाद टीके के विकास और उसके उत्पादन में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

दोस्तों,

130 करोड़ भारतीयों ने एक आत्‍म-निर्भर भारत का आह्वान किया है। एक आत्म-निर्भर भारत। आत्म-निर्भर भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के साथ घरेलू उत्पादन और खपत को एक साथ जोड़ता है। आत्म-निर्भर भारत अपने आप में ही निहित होने या दुनिया के लिए खुद को बंद कर देना नहीं है। यह खुद को टिकाए रखने और बेहतर उत्पादन करने के बारे में है। इसके लिए हम दक्षता,इक्विटी और लचीलापन को बढ़ावा देने वाली नीतियों को आगे बढ़ाएंगे।

दोस्तों,

मुझे यह जानकर खुशी हुई कि यह मंच पंडित रविशंकरकी 100वीं जयंतीभी मना रहा है। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की खूबसूरती को दुनिया तक पहुंचाया। आपने यह भी देखा होगा कि नमस्ते कैसे अभिवादन के रूप में वैश्विक हो गया है। महामारी के इस दौर में दुनिया भर में योग,आयुर्वेद और पारंपरिक दवाओं की बढ़ती अपील को भी देखा गया है। भारत की प्राचीन संस्कृति और भारत की सार्वभौमिकशांतिपूर्ण लोकाचारहमारी ताकत हैं।

दोस्तों,

भारत विश्व की बेहतरी और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए जो कुछ भी कर सकता है, उसे करने के लिए तैयार है। यह एक ऐसा भारत है जो सुधार,प्रदर्शन और परिवर्तन कर रहा है। यह एक ऐसा भारत है जो नए आर्थिक अवसर प्रदान करता है। यह एक ऐसा भारत है जो विकास के लिए मानव-केंद्रित और समावेशी दृष्टिकोण अपना रहा है।

भारत आप सभी का इंतजार करता है

नमस्ते,

आपका बहुत बहुत धन्यवाद

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी की सामाजिक संस्थाओं के साथ संवाद किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वाराणसी के उन गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया जो कोविड-19 के इस संकटकाल में गरीबों की मदद के लिए पूरी तन्मयता के साथ काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के बावजूद पूरे उत्साह और उम्मीदों के साथ काम करने के लिए पुण्य एवं पावन नगरी वाराणसी के लोगों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों, विभिन्न अस्पतालों की मौजूदा स्थिति, क्वारंटाइन की व्यवस्था और प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए ठोस इंतजाम के बारे में निरंतर जानकारियां प्राप्त करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पावन नगरी में विभिन्न धार्मिक गतिविधियों पर रोक लगाए जाने के बावजूद वाराणसी के लोगों ने यह साबित कर दिखाया है कि वे कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई में किसी से भी पीछे नहीं हैं और इसके साथ ही वे खाद्य पदार्थों और चिकित्सा सामग्री की निरंतर आपूर्ति कर गरीबों एवं जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने कम समय में फूड हेल्पलाइन एवं कम्युनिटी किचन का व्यापक नेटवर्क तैयार करना, हेल्पलाइन विकसित करना, डेटा साइंस की मदद लेना, वाराणसी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एंव कमांड सेंटर का भरपूर उपयोग करना काफी बड़ी बात है जिसका मतलब यही है कि हर स्तर पर सभी ने गरीबों की मदद के लिए पूरी क्षमता के साथ काम किया है।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैबिनेट द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया

केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना आपदा के समय देश में कोई भूखा न रहे उसके लिए जो कटिबद्धता दिखाई, वह सचमुच अनुकरणीय है। श्री अमित शाह ने अपने एक ट्वीट में कल कैबिनेट में करोड़ों गरीबों को राशन देने वाली प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के नवंबर तक विस्तार के निर्णय को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार जताया। श्री अमित शाह ने कहा कि उज्ज्वला योजना के अंतर्गत तीन महीने तक तीन मुफ्त सिलेंडर देने की अवधि को सितम्बर तक बढ़ाने से 7 करोड़ 40 लाख गरीब महिलाओं को लाभ मिलेगा।

तीन देशों के राजदूतों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रपति को सौंपे परिचय पत्र

राष्ट्रपति  रामनाथ कोविंद ने न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और उज्बेकिस्तान के मिशन प्रमुखों से परिचय पत्र प्राप्त किए। ऐसा दूसरी बार है कि कोविड-19 महामारी के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्रपति भवन में परिचय पत्र स्वीकार किए गए हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति श्री कोविंद ने राजदूतों को उनकी नियुक्ति पर अनेकों शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत के इन तीनों देशों के साथ गहरे संबंध रहे हैं और अहम वैश्विक मुद्दों पर उनके साथ एक साझा दृष्टिकोण इन संबंधों की विशेषता है। राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 महामारी से प्रभावी रूप से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग को बढ़ाना वर्तमान समय में जरूरी है। इस संदर्भ में, उन्होंने कहा कि इस महामारी को हराने की दिशा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे प्रयासों में भारत आगे बढ़कर काम कर रहा है।

 

भारतीय नौसेना ने पूरा किया ऑपरेशन समुद्र सेतु

कोविड-19 महामारी के दौरान भारतीय नागरिकों को विदेश से वापस लाने के प्रयासों के तहत 5 मई, 2020 को शुरू किए गए ऑपरेशन समुद्र सेतु का समापन हो गया है, जिसके तहत समुद्र मार्ग से 3,992 भारतीय नागरिकों को अपने देश लाया गया। इस ऑपरेशन में भारतीय नौसेना के जहाज जलाश्व (लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक), ऐरावत, शार्दुल तथा मगर (लैंडिंग शिप टैंक्स) ने हिस्सा लिया, जो लगभग 55 दिन तक चला और इसमें समुद्र में 23,000 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय की गई। देश भर में चिकित्सकों और कोविड-19 से संबंधित सामग्री को ले जाने के लिए इंडियन नेवल आई-38 और डोर्नियर एयरक्राफ्ट का उपयोग किया गया।

 

 

पीआईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां

केरलः तिरुवनंतपुरम शहर में लगाये गये ट्रिपल लॉकडाउन का आज चौथा दिन था। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने को लेकर अधिकारियों ने पूंथपुरा फिसिंग विलेज में स्पेशल एक्शन प्लान को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। शहर के तीन वार्ड को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है जबकि चार अन्य को बफर जोन; फिलहाल मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है जबकि टेस्टिंग के कार्य को तेज कर दिया गया है। पठानमथिट्टा की स्थिति भी गंभीर हो रही है क्योंकि चार नए मामले मिले हैं लेकिन उनके स्रोत के बारे में पता नहीं चल पाया है। संपर्क में आकर संक्रमित होने वाले कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार ने फैसला किया है कि इलाज की सुविधा और रिवर्स क्वारंटीन पर फोकस किया जाएगा। राज्य में कल कोविड-19 के 301 नए मामले सामने आये जो कि अब तक सबसे बड़ा उछाल है। इनमें से 90 मामले स्थानीय संक्रमण के थे।

तमिलनाडुः सीएम पलानीस्वामी ने केरल के मुख्यमंत्री से कहा है कि वो 1 अगस्त से तमिलनाडु के मछुआरों को केरल में मछली पकड़ने की अनुमति दें; तमिलनाडु के लगभग 350 स्वचालित नौकाएं और मछुआरों की 750 पारंपरिक नौकाएं फिलहाल केरल में विभिन्न मछली पकड़ने के बंदरगाह पर हैं। तमिलनाडु में लॉकडाउन के दौरान बिजली बिलों में भारी बढ़ोतरी के मसले पर मद्रास हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। राज्य में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,756 नए मामले सामने आए जिनमें अकेले 1,261 केस चेन्नई में मिले। चेन्नई में पिछले महीने 2000 केस का आंकड़ा पार करने के बाद ये 1,261 मामले सामने आए हैं। राज्य में कल 3051 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज ठीक हुए जबकि 64 लोगों की मृत्यु हो गईः राज्य में कुल 1,22,350  कोरोना संक्रमित केस हो गए हैं इनमें 46,480 सक्रिय मामले हैं। राज्य में कुल 1700 कोरोना वायरस से संक्रमितों की मौत हो चुकी है जबकि चेन्नई में 21,766 सक्रिय मामले हैं।

कर्नाटकः कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर राज्य मंत्रिमंडल ने सभी जिला और तालुक अस्पतालों के लिए 207 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं ताकि ऑक्सीजन प्रणाली स्थापित की जा सके और बेड भी बढ़ाए जा सकें। राज्य सरकार ने पीएचसी को चिकित्सा उपकरण और फर्नीचर खरीदने के लिए 81 करोड़ रुपये भी मंजूर किए हैं। निजी अस्पतालों को एस्पमैटिक और हल्के लक्षणों वाले मरीजों के इलाज के लिए होटलों के सहयोग से कोविड केयर सेंटर चलाने की व्यवस्था की गई है। अस्पताल और कोविड केयर सेंटर के साथ निजी अस्पताल को लेकर आने वाले दिनों में 6000 से 7000 बिस्तर बढ़ जाएंगे। राज्य में कल 2062 नए मामले सामने आए जबकि 778 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया और 54 लोगों की मौत हो गई। राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28,877 हो चुकी हैं। इनमें सक्रिय मामले 16,527 है वहीं अब तक 470 मरीजों की मौत हो चुकी है।

आंध्र प्रदेशः राज्य ने अस्पताल में कोविड-19 के इलाज के लिए विभिन्न दरों को लेकर पैकेज घोषित किए हैं। आरोग्यश्री योजना के तहत 15 कोविड-19 प्रक्रियाओं को शामिल करने के लिए आदेश जारी किए गए हैं। निजी अस्पतालों को चार भागों में वर्गीकृत किया गया हैः श्रेणी ए- विशेष रूप से कोविड-19 उपचार के लिए; श्रेणी बी- कोविड-19 और अन्य मामलों के लिए; और श्रेणी सी- गैर-कोविड -19 मामलों के लिए। कुरनूल जिले में मामलों की संख्या बढ़ने के साथ ही अधिकारियों ने कुरनूल सरकारी चिकित्सा केंद्र को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील कर दिया है। राज्य सरकार ने 13 से 31 जुलाई तक दूरदर्शन पर कक्षा 1-10 के लिए लाइव पाठ्यक्रम आयोजित करने के लिए नया कोर्स जारी किया है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 1555 नए मामले सामने आए हैं जबकि 904 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया और 13 संक्रमितों की मौत हो गई। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 23,814 मामले हैं, इनमें सक्रिय मामले 11,383 है। राज्य में अब तक 12,154 कोरोना मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है जबकि 277 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है।

तेलंगानाः नगरीय प्रशासन मंत्री केटी रामा राव ने कहा कि लंबे समय तक लॉकडाउन देश के लोगों के लिए ठीक नहीं है। यहां तक कि एंटीजन किट के माध्यम से कोविड-19 टेस्ट हैदराबाद, मेडचल और रंगारेड्डी जिलों में गुरुवार से शुरू हुआ, हालांकि सरकार अभी भी अधिक संख्या में आरटी-पीसीआर टेस्ट को आगे बढ़ाने में अनिच्छुक है। राज्य में कल तक 29,536 मामले दर्ज किए गए। इनमें 11,933 सक्रिय मामले हैं जबकि अब तक 324 मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं राज्य में अब तक 17,279 कोरोना संक्रमित लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया।

चंडीगढ़: केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने प्रमुख स्वास्थ्य सचिव को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया है कि सभी जैव चिकित्सा अपशिष्ट, विशेष रूप से पीपीई को वैज्ञानिक रूप से निपटाया जाए। उन्होंने आगे स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि स्क्रीनिंग के लिए जाने वाली टीमों को ऑक्सीमीटर ले जाना चाहिए, ताकि ऑक्सीजन स्तर की तुरंत जांच की जा सके। यह संक्रमण की गंभीरता का पता लगाने में मदद कर सकता है, यदि कोई दिक्कत हुई हो तो।

पंजाब: कोविड-19 के खतरे को ध्यान में रखते हुए पंजाब सरकार ने स्त्री रोग ओपीडी और जनरल ओपीडी सेवाओं के लिए ई-संजीवनी ओपीडी का समय सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक (सोमवार से शनिवार) कर दिया है। यह कदम मरीजों को वास्तविक समय में लगभग उपलब्ध होने के लिए और पूरे राज्य में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों का उपयोग करने वाली ऑनलाइन टेली-परामर्श सुविधाएं प्रदान करने के लिए उठाया गया है। यह कदम मरीजों को ऑनलाइन टेली कंसल्टेशन सुविधा और विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा मुहैया कराने के लिए उठाया है ताकि राज्य के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

हरियाणाः हरियाणा के मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में फैले नोवेल कोरोना वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सक्रिय रणनीति बनाई जा रही है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिया है कि वे निगरानी, कड़े नियंत्रण, त्वरित संपर्क ट्रेसिंग, सक्रिय प्रबंधन शिक्षा और संचार (आईईसी) गतिविधियों के साथ क्लीनिकल प्रबंधन के साथ मिलकर कोविड-19 प्रबंधन तैयारियों को और तेज करें। उन्होंने कहा कि पुलिस को कंटनेमेंट जोन में प्रवेश और वहां से निकलने वाले लोगों पर निगरानी रखने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।

हिमाचल प्रदेशः मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 महामारी ने हमें अलग तरीके से सोचने और तदनुसार काम करने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जमीनी स्तर काम कर रहे है जिन्होंने इस कठिन समय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने यह सुनिश्चित किया है कि कोरोना वायरस सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले। उन्होंने न केवल सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक किया, बल्कि घरेलू क्वारंटीन मानदंडों के प्रभावी कार्यान्वयन में भी मदद की।

महाराष्ट्रः राज्य में 6,603 कोरोना पॉजिटिव केसों की पहचान किए जाने के साथ ही कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 2,23,724 हो चुकी है। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमित 1,23,192 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में अभी कुल 91,065 सक्रिय मामले हैं जबकि में गुरुवार को 1,381 मामले सामने आये।

गुजरातः गुजरात में बीते 24 घंटे में 783 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 38,419 हो चुकी है। बीते एक दिन में राज्य में 16 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा है जिसके साथ ही राज्य में इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,995 हो चुकी है। बीते 24 घंटे में सूरत से सबसे ज्यादा नए केस मिले हैं जिनकी संख्या 215 है वहीं अहमदाबाद में 149 केस मिले हैं। राज्य में अब तक 4 लाख 33 हजार से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं।

राजस्थानः राज्य में कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 22,000 को पार कर गई है। आज 149 नए मामले मिले जबकि बुधवार को 659 केस मिले थे। इसके साथ ही राज्य में कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 22,212 हो चुकी है। ज्यादातर नए मामले नागौर से मिले हैं, यानी 29 मामले। इसके बाद जयपुर में 25 मामले और अलवर में 21 मामले दर्ज किए गए हैं।

मध्य प्रदेशः बुधवार को मिले 409 नए मामलों के साथ राज्य में कोविड-19 से पीड़ित मरीजों की संख्या 16,036 हो गई है। जबकि राज्य में 3420 सक्रिय मामले हैं, वहीं राज्य में अब तक कोरोना से संक्रमित 11987 मरीज ठीक हुए हैं। हालांकि इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से अब तक 629 लोग जान गंवा चुके हैं। 115 नए मामले मुरैना जिले के हैं, उसके बाद भोपाल के 70, फिर ग्वालियर के 68 और इंदौर के 44 हैं।

छत्तीसगढ़ः राज्य में बीते एक दिन मों 100 नए कोरोना केस मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,526 हो चुकी है। राज्य में कोरोना के 677 सक्रिय मामले हैं।

गोवाः राज्य में बुधवार को 136 नए मामलों की पहचान की गई। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,039 हो चुकी है। इनमें 824 सक्रिय मामले हैं।

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