दुनिया

अपने ही आतंकी भष्मासुरों के दंश से तबाह हो जायेगा पाकिस्तान

 

कराची में पाकिस्तान के स्टाक एक्सचेंज पर आतंकी हमला, सभी 4 आतंकवादी सहित 9मरे

चीन ने किया पाकिस्तानी हुक्मरानों के इस्लाम प्रेम को बेनकाब

प्यारा उतराखण्ड डाट काम
पाकिस्तान के कराची स्थित स्टाॅक एक्सचेंज पर सोमवार 29 जून की सुबह हुए आतंकी हमले में सभी चारों हमलावर आतंकियों सहित 9 लोगों की मौत हो गई । इस आतंकी हमले से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया सुरक्षा बलों में इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए सभी आतंकियों को मारने में सफलता अर्जित की।

सूत्रों के अनुसार सुबह करीब नौ बजे आतंकी पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने वहां ग्रेनेड से हमला कर
इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देते ही सुरक्षाबलों ने चारों हमलावर आतंकियों को ढेर कर दिया इस हमले में चार सुरक्षा बल भी मारे गए। यह पाकिस्तान का पर पहला आतंकी हमला नहीं है ।
पाकिस्तान में आए दिन आतंकी हमले होते रहते हैं ।पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या में भी पाकिस्तानी आतंकियों का ही हाथ माना जाता है ।
वर्ष 2014 में पेशावर में आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए घातक हमले में तारिक गिदार ग्रुप का ही हाथ था।इस हमले में 132 बच्चे और 9 कर्मचारी मारे गये थे।
इस हमले से पूरा विश्व स्तब्ध रह गया।  भारत सहित संसार में जहां कहीं भी आतंकी हमला होता है उसकी जड़ें कहीं ना कहीं पाकिस्तान से जुड़ती नजर आती है।
इसीलिए पाकिस्तान पूरे विश्व में आतंकवादियों की फैक्ट्री के रूप में कुख्यात है ।पाकिस्तान के दर्जनों आतंकवादी संगठन अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के सूची में संलग्न है इसीलिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान को कई वर्षों से निरंतर आतंकवाद को प्रश्रय देने वाले देशों की काली सूची में डालने की तैयारी कर रही है।

यही नहीं पूरे संसार में फल फूल रहे आतंक की जड़ें कहीं न कहीं पाकिस्तान से जुड़ी पाई जाती है । इसीलिए संसार में पाकिस्तान को आतंकीस्थान भी कहा जाता है ।परंतु दुनिया के अंकुश से पहले पाकिस्तान को अमेरिका बचाता रहा और पिछले कुछ सालों से अब चीन उसका रहनुमा बन चुका है। संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर विश्व मंचों पर पाकिस्तान के कई आतंकी संगठनों व खुद पाकिस्तान पर आतंकी गतिविधियों को संरक्षण देने के लिए जो अंकुश लगने का प्रस्ताव आता है, उस प्रस्ताव को उसके आका समय-समय पर विफल कर देते थे । जब अमेरिका ने अफगानिस्तान में फल फूल रहे आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए पाकिस्तान को सहयोगी बनाने की जो भूल की उसी भूल के कारण आज पाकिस्तान पूरे विश्व में आतंकवाद का भस्मासुर बन चुका है ।
जब पाकिस्तान अमेरिका के हितों पर ही ग्रहण लगाने बैठा , तो अमेरिका ने हार कर पाकिस्तान में आतंकी संगठनों पर शिंकजा कसने के उद्देश्य से पाक को दी जाने वाली 255 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद पर रोक लगा दी थी।

अमेरिका को भ्रम था कि पाकिस्तान उसकी सहायता के लिए पाकिस्तान में फल फूल रहे आतंकी तंकी संगठनों पर अंकुश लगाएगा ।इसीलिए उसने पाकिस्तान को 20 आतंकवादी संगठनों की एक सूची देते हुए उन पर कार्रवाई करने को कहा था।

अमेरिका ने पाकिस्तान को सौंपी गई आतंकवादियों की सूची में सूची में हरकत उल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा आदि संगठन भी थे। पाकिस्तानी आतंकी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन कश्मीर में आतंकी गतिविधियां चलाता है।इस संगठन का ओसामा बिन लादेन और अल कायदा से भी संपर्क रहा ।लश्कर-ए-तैयबा दक्षिण एशिया में सबसे बड़े और सबसे अधिक सक्रिय खूंखार आतंकवादी संगठनों में एक है।
यही नहीं पाकिस्तान द्वारा पोषित खूंखार आतंकी संगठनों में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, हरकत जिहाद-ए-इस्लामी, जमातुल अहरार, जमातुद दावा अल कुरान और तारिक गिदार ग्रुप ।
आज पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले के बाद जहां पाकिस्तान अपने आप को आतंकवाद का खुद पीड़ित बता रहा है वही पाकिस्तानी खुराफात को करीब से जानने समझने वाले विश्व सामरिक विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान जन्म से ही आतंकवादी देश है क्योंकि जिस प्रकार से पाकिस्तानी भाग्य विधाता उन्हें भारत का विभाजन करके 2000000 निर्दोष भारतीयों का कत्लेआम करके जिस पाकिस्तान की नींव रखी थी उसके मूल में यही विचार था कि पूरे संसार में इस्लाम का परचम लहराने वाला व अन्य धर्म व धर्मावलंबियों को इस्लामियत का झंडा बरदार बनाने के लिए कि पाकिस्तान देश का गठन किया गया।
इसके लिए पाकिस्तानी हुक्मरानों ने पाकिस्तान के इतिहास शिक्षा व सोच में कट्टरपंथ का वह विष घोला उसी के दंश से भारत सहित आज पूरे विश्व का अमन-चैन पर ग्रहण लग चुका है।
आज हालत इतनी शर्मनाक हो गई है जिस उस्मान बिन लादेन को अमेरिका विश्व का सबसे बड़ा आतंकी मानता था उसी ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान अपने यहां संरक्षण दे रहा था और जब अमेरिकी फौजों ने उसको पाकिस्तान के अंदर उसको खात्मा किया तो पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति मुशरफ व वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान आर के सबसे खौफनाक आतंकी को अपना हीरो व शहीद बेशर्मी से मानते रहे।

पाकिस्तान के आवाम का यह दुर्भाग्य है कि उसे कभी अमन चैन की न शिक्षा मिली , ना माहौल मिला व नहीं नेतृत्व ही मिला ।
इसी के कारण वहां के मदरसों व शिक्षालयों से लेकर राजनीति में भारत के खिलाफ विष वमन व कट्टरपंथ का पाठ ऐसा रटाया जाता है कि वहां पैदा होने वाला नौनिहाल भी ऐसे माहौल में सांस लेते ही आतंकी बन जाता है और आज भारत और विश्व के अन्य समुदायों के खिलाफ विष वमन करके जो रक्तबीज के समान आतंकी पैदा हो गए हैं वह पाकिस्तान के लिए भस्मासुर साबित हो रहे हैं ।क्योंकि भारत सही अन्य देश अब सजग हो चुके हैं। वे उन पर कड़ाई से अंकुश लगा रहे हैं ।अब इन आतंकियों के पास केवल अपनी सनक उतारने के लिए पाकिस्तानी रह गया। इसलिए पाकिस्तान में आए दिन आतंकवाद का शिकार लोगों को बनना पड़ता है ।वह दिन दूर नहीं जब इन्हीं आतंकियों के हाथों पाकिस्तान पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। सबसे हैरानी की बात यह है पूरे संसार में पाकिस्तान जिस इस्लाम धर्म का ध्वजवाहक बनता है व सबसे बड़ा हितेषी बनता है, उस इस्लाम के प्रति पाकिस्तान के हुक्मरानों के प्रेम को चीन में पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है ।जिस प्रकार से चीन में इस्लाम की धर्मावलंबियों के साथ घोर अत्याचार किया जा रहा है उस पर पाकिस्तान मौन साधे हुए है।

पाकिस्तान जिस प्रकार से भारत की मुसलमानों खासकर कश्मीर पर

घड़ियाली आंसू बहाता है पर चीन के मुसलमानों के प्रति वह हम मौन शादी रहता है जब भारत के मुसलमान पूरी आजादी के साथ पूरी सम्मान के साथ देश में अपने धर्म का प्रचार प्रसार और पालन कर रहे हैं ।वहीं चीन में अपने धर्म का पालन करना तो रहा दूर अपने धर्म के प्रतीक भी जग जाहिर नहीं कर सकते।
भारत के खिलाफ दिन-रात आतंकियों को भेज रहा है परंतु चीन के आगे तुम दबा रहा है।

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