Almora Bageshwar Chamoli Champawat Dehradun Haldwani Haridwar Nainital Pauri Pithoragarh Tehri Udham Singh Nagar Uttarakashi उत्तराखंड देश

जनादेश का सम्मान करें पर जन आकांक्षाओं से भी अवगत कराएं सामाजिक संगठन

 

 

राजधानी गैरसैण व मुजफ्फरनगर कांड जैसी जन आकांक्षाओं का उल्लेख तक नहीं किया गया

दिल्ली के प्यारे लाल भवन में किया गया उत्तराखंड के नवनिर्वाचित सांसदों का नागरिक अभिनंदन

 प्यारा उत्तराखंड डॉट कॉम

आज 16 जून को दिल्ली के आईटीओ स्थित प्यारे लाल भवन में उत्तराखंड फिल्म कलाकार संगठन उत्तराखंड से चुनकर आए नए सांसदों का नागरिक अभिनंदन किया ।इस अवसर पर उपस्थित नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक अभिनंदन किया गया ।अभिनंदन समारोह में गढ़वाल सांसद तीरथ रावत ,अल्मोड़ा लोकसभा के सांसद अजय टम्टा, नैनीताल संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय भट्ट का भव्य अभिनंदन किया गया।इस कार्यक्रम में मंचासीन रहे अन्य प्रतिष्ठित लोगों में वरिष्ठ भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी रतन सिंह रावत, सुरेंद्र पांडे ,मयूर पब्लिक स्कूल के प्रबंधक एमएस रावत आदि प्रमुख थे।

इस कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी हेम पंत व अजय बिष्ट ने किया ।नवनिर्वाचित सांसदों का अभिनंदन प्रसिद्ध रंगकर्मी सुशीला रावत  व खुशहाल सिंह बिष्ट सहित अन्य पदाधिकारियों ने किया ।संस्था की तरफ से अभिनंदन और मांग पत्र स्वच्छता के वरिष्ठ पदाधिकारी और लोकप्रिय गायक नरेंद्र रौथान ने प्रस्तुत किया ।मांग पत्र प्रस्तुत करते हुए नरेंद्र मोदी ने जहां नवनिर्वाचित सांसदों को भाग्य विधाता व अवतार बताया ।वहीं उन्होंने जनप्रतिनिधियों से उत्तराखंड फिल्म कलाकारों की सुध लेने की भी मांग की ।इस अवसर पर रखी मांग पत्र में श्री रौथान ने उत्तराखंडी बोली भाषा को भी संवैधानिक मान्यता दिलाने की मांग की। इस अवसर पर समारोह में उपस्थित बड़ी संख्या में राज्य आंदोलनकारी और राज्य हितों की समर्थकों ने राजधानी गैरसेण व मुजफ्फरनगर कांड जेसे प्रमुख जन आकांक्षाओं का उल्लेख न किए जाने पर हैरानी प्रकट की । इस समारोह में उपस्थित उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी देव सिंह रावत ने हमारे संवाददाता को अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि सामाजिक संगठनों द्वारा जनप्रतिनिधियों की नागरिक अभिनंदन में समाज की ज्वलंत जन आकांक्षाओं की उपेक्षा करना एक प्रकार से सामाजिक संगठनों की विफलता है ।
श्री रावत ने दो टूक शब्दों में कहा कि जनादेश का सम्मान करना सामाजिक संगठनों की सकारात्मक प्रवृत्ति है परंतु इसके साथ उन्हें जन आकांक्षाओं का स्मरण जनप्रतिनिधियों को कराना श्रेष्ठतम दायित्व है। सामाजिक संगठनों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी,सरकारी संगठनों की तरह जनप्रतिनिधियों का यशोगान करने की भूमिका में नहीं होती हैं ।उनका सामाजिक दायित्व भी होता है। जनप्रतिनिधियों का अभिनंदन करने के साथ साथ उनको सामाजिक दायित्व में का बोध कराना सामाजिक संगठनों का प्रथम कर्तव्य होता है।
समारोह में बड़ी संख्या में राज आंदोलनकारी भी उपस्थित थे। इनमें और राजेंद्र रतूड़ी व उनकी धर्मपत्नी, उत्तराखंड अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य महेश चंद्र, सुनील नेगी, अनिल पंत, सतेंद्र रावत, साहित्यकार दिनेश ध्यानी रमेश हितेषी, पृथ्वी सिंह केदारखंडी, दर्शन सिंह रावत, सुरेंद्र रावत, दिल्ली भाजपा पर्वतीय प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अर्जुन सिंह राणा, पानी का चंदन गुसांई प्रदीप वेलवाल,संजय चौहान, दीप सिलोडी, संयोगिता ध्यानी, आशा भराड़ा, करुणा भट्ट प्रॉपर्टी डीलर रावत,द्वारिका नौटियाल व प्रताप थलवाल आदि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों की नजरें देश के मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक व टिहरी के सांसद राजलक्ष्मी को ढूंढ रही थी। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रंगकर्मी व कलाकार भी उपस्थित थे।

About the author

pyarauttarakhand5