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प्रकाश पंत को अंतिम विदाई देने को पिथौरागढ के रामेश्वर घाट में उमड़े लोग

केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अश्विनी चैबे, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र व कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत सहित अनैक नेताओं ने दी प्रकाश पंत को अंतिम विदाई
प्यारा उतराखण्ड डाट काम

8 जून को उतराखण्ड के दिवंगत वित्तमंत्री प्रकाश पंत का अंतिम संस्कार पिथोरागढ स्थित उनके पैतृक घाट रामेश्वर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। दिवंगत पंत जी के सुपुत्र सौरभ पंत ने उनके पार्थिक शरीर को  मुखाग्नि दी। इस अवसर पर दिवंगत पंत को राजकीय सम्मान देते हुए पुलिस गारद ने दिवंगत मंत्री को शस्त्र सलामी देकर विदाई दी।
पिथौरागढ़ स्थित पंत निवास खड़कोट से सरयू और रामगंगा नदी के संगम रामेश्वर घाट तक शव यात्रा आयोजित हुई।  दिवंगत प्रकाश पंत को  अंतिम विदाई देने वालों में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत,केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चैबे, पूर्व सीएम एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत,  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट,विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल, सांसद अजय टम्टा, राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, परिवहन मंत्री यशपाल आर्य, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल,  मंत्री डा. धनसिंह रावत, महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य, गंगोलीहाट मीना गंगोला, विधायक द्वाराहाट महेश नेगी, लोहाघाट पूरन फत्र्याल, विधायक जागेश्वर गो¨वद सिंह कुंजवाल, पूर्व विधायक गोपाल ओझा, उपाध्यक्ष विधानसभा रघुनाथ सिंह चैहान, दर्जा राज्य मंत्री शमशेर सत्याल, पूर्व विधायक नारायण राम आर्य, मुख्य सचिव उत्तराखंड उत्पल कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, सचिव वित्त अमित नेगी, आयुक्त कुमाऊं राजीव रौतेला, अपर सचिव एचसी सेमवाल,अपर सचिव मुख्यमंत्री सुरेश जोशी, डीआईजी अजय जोशी, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी चंपावत रणवीर सिंह चैहान, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ आरसी राजगुरु, चंपावत धीरेंद्र गुंज्याल, मुख्य विकास अधिकारी पिथौरागढ़ वन्दना, अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आरडी पालीवाल, चंपावत टीएस मतरेलिया  के साथ ही सैकड़ों लोगों ने भावभीनी अंतिम विदाई दी।
गौरतलब है कि 05 जून, 2019 को उत्तराखंड सरकार में वित्त मंत्री प्रकाश पंत का केन्सर की लम्बी बीमारी के बाद अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास के अस्पताल में  निधन हो गया। 58 वर्षीय उतराखण्ड के वित्तमंत्री प्रकाश पंत के  निधन होने के समाचार सुनते ही पूरे उतराखण्ड में शोक छा गया। प्रदेश गठन के बाद दिवंगत पंत को प्रायः भाजपा में मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार माना जाता रहा।
11 नवम्बर 1960 को उतराखण्ड के सीमान्त जनपद पिथौरागढ में सहायक अध्यापक मोहन चंद्र पंत के घर जन्में प्रकाश पंत विगत कुछ माह से गंभीर बीमारी से जुझ रहे थे। इसी सप्ताह उन्हे दिल्ली के राजीव गांधी केंसर चिकित्सालय से बेहतर इलाज के लिए अमेरिका ले जाया गया। अमेरिका में चंद दिन इलाज कराने के दौरान ही उनका निधन हो गया। उनके निधन पर उतराखण्ड में राजकीय शोक घोषित किया गया।
प्रकाश पंत ने वर्ष 1977 में इंटरमीडिएट किया। 1980 में उन्होंने अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से फार्मेसी में स्नातक किया।
बचपन से ही वे विनम्र स्वभाव होने के बाबजूद नेतृत्व के गुण कूट कूट कर भरे हुए थे।  सरकारी सेवा में होने के बावजूद, उन्होंने समाज के वंचित और वंचित वर्ग के बीच निस्वार्थ भाव से काम किया और उन्हें समृद्ध और उत्थान में मदद की। उन्होंने सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर केवल वंचित जनता के लिए काम किया और इस तरह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए, जिसमें पंडित दीन दयाल उपाध्याय उनके आदर्श थे। उन्होंने समाज के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने का लक्ष्य रखा। अपने राजनीतिक करियर के अलावा, वह एक इक्का शूटर थे। 2004 में, उन्होंने स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। उसी वर्ष, उन्होंने 2004 में राष्ट्रीय स्तर की शूटिंग प्रतियोगिता (जीबी मावलंकर शूटिंग प्रतियोगिता, कोयंबटूर) में एक रजत पदक भी जीता। दिवंगत पंत ने यूके, जापान, चीन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड  मलेशिया, दुबई व कनाडा सहित अनैक देशों की यात्रा की। ।   दिवंगत पंत उतराखण्ड के पहले विधानसभाध्यक्ष भी रहे।  दिवंगत पंत 2002 से 2007 तक पिथौरागढ़ (विधानसभा क्षेत्र) से चुने गए लेकिन उत्तराखंड विधान सभा चुनाव, 2012 में, वे चुनाव हार गये। दिवंगत पंत उत्तराखंड सरकार में पर्यटन, संस्कृति, तीर्थयात्रा बंदोबस्ती, संसदीय मामलों और पुनर्गठन के विभागों के मंत्री भी थे।
इंटरनेटी जगत में जैसे ही सांयकाल उनके निधन की खबरे उडी तो प्यारा उतराखण्ड के सम्पादक देवसिंह रावत ने दिल्ली स्थित उतराखण्ड सदन के मुख्य व्यवस्थाधिकारी रंजन मिश्रा से इस दुखद खबर की पुष्टि की। जनप्रिय व मृदुभाषी प्रकाश पंत के आकस्मिक निधन पर प्यारा उतराखण्ड परिवार की तरफ से भावभीनी श्रद्धांजलि ।

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