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रूद्रप्रयाग-तिलवाडा से सोनप्रयाग से जोडा जाय केदारनाथ को जोड़ने वाला रेलमार्ग

केदारघाटी प्रगतिशील मंच ने की पुरजोर मांग

ऊखीमठ (प्याउ)। केदारघाटी प्रगतिशील मंच के अध्यक्ष भूगर्भशास्त्री बलबीर सिंह धर्मवान ने केदार नाथ मंदिर को जोडने वाली रेल को केदारनाथ मार्ग के सबसे प्रमुख स्थानों रूद्रप्रयाग से तिलवाडा होते हुए सोनप्रयाग को जोड़ने की पुरजोर मांग की। भूगर्भ शास्त्री श्री धर्मवान ने कहा कि केदारनाथ मंदिर को जोड़ने  के बनयी जा रही प्रस्तावित रेल मार्ग के तहत जो 7 स्थानों को होते रेल का सर्वे किया गया है। उसके तहत कर्णप्रयाग से केदारनाथ के मार्ग के 7 प्रमुख स्टेशन जो बनाये जा रहे हैं, वे हैं कर्णप्रयाग, सिवई, साइकोट, बैरथ, चैपता, मक्कूमठ होते हुए सोनप्रयाग तक पंहुचेगी।

जबकि केदारघाटी प्रगतिशील मंच की मांग है कि केदारनाथ के नाम से बनने वाली इस रेल मार्ग को केदारघाटी को जोड़े बेगर इस रेल मार्ग का लाभ केदारघाटी को नहीं मिलेगा। श्री धर्मवान ने कहा कि रेलवे द्वारा केदारघाटी की उपेक्षा की जाने से केदारघाटी के तिलवाडा, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, कालीमठ, फाटा व रामपुर पूरी तरह से उपेक्षित हो जायेगा। केदारनाथ त्रासदी से पहले से उजड चूके इस क्षेत्र के विकास करने का दायित्व सरकार का है। परन्तु सरकार ही इस क्षेत्र में होने वाले महत्वपूर्ण रेल मार्ग से इस क्षेत्र को उपेक्षित करे तो लोग आहत तो होंगे।
इस रेलमार्ग को कर्णप्रयाग से ले जाने के बजाय रूद्रप्रयाग से तिलवाडा से सोनप्रयाग जोड़ने की मांग है। गौरतलब है कि मोदी सरकार की महत्वांकांक्षी ’ बदरी केदार और गंगोत्री -यमुनौत्री रेल लाइन का सर्वे जो किया गया है। वह कर्णप्रयाग से चोपता , मक्कूमठ से सोनप्रयाग को जोडने का है। इसी से यह केदारघाटी की उपेक्षा क्षेत्र के लोग मान रहे है।
327 किमी बनने वाली  बदरी केदार और गंगोत्री -यमुनौत्री रेल लाइन बनने से रिषिकेश से जोशीमठ की दूरी 215 किमी होगी। इसमें रिषिकेश से जोशीमठ के बीच रेलवे स्टेशनों की संख्या 15 होगी। बदरी केदार और गंगोत्री यमुनोत्री रेल लाइन का सर्वे दो साल में पूरा हो जायेगा।
उल्लेखनीय है कि रिषिकेश से बदरीनाथ जाने वाली रेल के 15 स्टेशन है। रिषिकेश, शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, मलेथा, श्रीनगर, धारी, रूद्रप्रयाग, घोलतीर,गौचर, कर्णप्रयाग, साइकोट, त्रिपाक, सरतोली, जोशीमठ, में रेलवे स्टेशन बनेंगे।
वहीं गंगोत्री व यमुनोत्री को जोड़ने वाली रेलमार्ग में 11 रेलवे स्टेशन बनेगे। यह रेल  डोईवाला से बढेगी। इसके स्टेशन डोईवाला, संगतियावाला, सारंधावाला, आमपाटा, मरोड़, कंडीसौड, चिन्यालीसौडद्वडूंडा, अटाली-उत्तरकाशी, लदाड़ी, मनेरी,। अटाली से यमुनोत्री के लिए रेल जायेगी।
उत्तराखण्ड में 127 किमी लम्बी  रिषिकेश से कर्णप्रयाग को जोड़ने वाली देश की महत्वपूर्ण रेलमार्ग पर निर्माण पर पूरे देश की नजर है।

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