उत्तराखंड

उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों पर 55 प्रत्याशी ( टिहरी- 11, गढ़वाल-13, अल्मोड़ा – 7, नैनीताल -10 और हरिद्वार -14 ) चुनावी मैदान में

प्यारा उत्तराखंड डाट काम
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए कहा कि राज्य में लोक सभा सामान्य निर्वाचन 2024 निर्वाचक नामावली को अंतिम रूप दिया जा चुका है। निर्वाचक नामावली के अंतिम प्रकाशन के समय राज्य में 83 लाख 37 हजार 914 मतदाता दर्ज हैं। इसमें 43 लाख 17 हजार 579 पुरूष मतदाता और 40 लाख 20 हजार 38 महिला मतदाता शामिल हैं। थर्ड जेंडर के मतदाताओं की 297 हैं। राज्य में सर्विस वोटरों की संख्या 93 हजार 187 जिसमें 90 हजार 554 पुरूष सर्विस वोटर और 2633 महिला सर्विस वोटर हैं।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राज्य में कुल 11 हजार 729 पोलिंग स्टेशन बनाये गये हैं। इसमें 12 पोलिंग पार्टियां मतदान से तीन दिन पूर्व पोलिंग स्टेशन के लिए प्रस्थान करेगी। इसमें 11 पोलिंग स्टेशन उत्तरकाशी जनपद में और 01 पोलिंग स्टेशन पिथौरागढ़ जनपद में चिन्हित किया गया है। 705 पोलिंग पार्टियां मतदान से दो दिन पूर्व पोलिंग स्टेशन के लिए प्रस्थान करेगी और 11 हजार 12 पोलिंग पार्टियां मतदान से एक दिन पूर्व पोलिंग स्टेशन के लिए प्रस्थान करेगी। मतदान से दो दिन पूर्व प्रस्थान करने वाली सर्वाधिक पौड़ी जनपद में 181 और अल्मोड़ा जनपद में 136 पोलिंग पार्टियां हैं।
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अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी  विजय कुमार जोगदंडे ने मीडिया सेंटर सचिवालय में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए बताया कि शनिवार को प्रदेश में सभी 5 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को दोपहर 3 बजे तक नाम वापसी का समय निर्धारित था। पूरे प्रदेश की पांच लोकसभा सीट में से केवल एक सीट अल्मोड़ा से निर्दलीय उम्मीदवार  अर्जुन कुमार देव ने अपना नामांकन वापस लिया है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार अब प्रदेश की पांच लोकसभा निर्वाचन सीटों पर कुल 55 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। टिहरी सीट पर 11, पौड़ी गढ़वाल पर 13, अल्मोड़ा में 7, नैनीताल में 10 और हरिद्वार में 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार एग्जिट पोल के निष्कर्ष का प्रकाशन और प्रसारण करना सम्पूर्ण चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूर्णतः प्रतिबंधित होगा। उन्होंने कहा कि 19 अप्रैल 2024 के सुबह 7 बजे से लेकर 1 जून 2024, 6:30 बजे सायं तक एग्जिट पोल का प्रकाशन और प्रसारण करने पर प्रतिबंध होगा। इन प्रतिबंधों का सभी मीडिया हाउस को पालन सुनिश्चित करना होगा। इसके साथ ही, मतदान समाप्ति के 48 घंटे पूर्व से ओपिनियन पोल करना और उसके निष्कर्ष का प्रकाशन और प्रसारण करना भी पूर्णतः प्रतिबंधित होगा।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस ब्रीफिंग करते हुए कहा कि लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 के लिए राज्य की 05 लोक सभा सीटों के लिए सर्विस वोटरों की कुल संख्या 93 हजार 187 है। जिसमें टिहरी लोकसभा सीट पर 12 हजार 862, गढ़वाल लोकसभा सीट पर 34 हजार 845, अल्मोड़ा लोक सभा सीट पर 29 हजार 105, नैनीताल लोकसभा पर 10 हजार 629 एवं हरिद्वार लोक सभा सीट पर 05 हजार 746 सर्विस वोटर चिन्हित किये गये हैं। सभी सर्विस वोटरों के लिए ई-पोस्टल बैलेट की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। सर्विस वोटरों के यूनिट कार्यालयों के सैन्य अधिकारियों से सक्षम स्तर पर सर्विस वोटरों को पोस्टल बैलेट उपलब्ध कराने और पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कर संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर तक पहुंचाने के लिए अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रयास किये जा रहे हैं कि सर्विस वोटरों का मतदान प्रतिशत लगभग शत प्रतिशत हो। पिछले लोक सभा चुनाव में उत्तराखण्ड के 90 हजार 845 सर्विस वोटरों में से 63 हजार 222 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए थे, जो कुल सर्विस वोटरों का लगभग 70 प्रतिशत था। डाक मतपत्र मतगणना दिवस तक सुबह 08 बजे तक आरओ के पास पहुंच जाने चाहिए, इसके बाद प्राप्त होने वाले डाक मतपत्रों पर मतगणना के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकेगा।
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राज्य में बनाये गये 11 हजार 729 पोलिंग बूथों में  चुनावी पारदर्शिता को बनाये रखने के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की जायेंगी। राज्य के 5898 पोलिंग बूथों में वेब कास्टिंग की व्यवस्था की जा रही है। कुछ पोलिंग बूथों पर माइक्रो ऑर्ब्जवर एवं वीडियोग्राफी की व्यवस्था भी की जायेगी।
*लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 में  दुर्गम क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी
देहरादून। लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 में अत्यंत दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों व आसपास के क्षेत्रों पर निगरानी रखने के लिए उत्तराखंड पुलिस ड्रोन द्वारा निगरानी रखेगी।
उत्तराखंड में विषम भौगोलिक स्थितियों की वजह से अनेक ऐसे स्थान हैं जहां पर सी.सी.टी.वी कैमरा लगाया जाना सम्भव नहीं हैं एवं जहां सर्विलांस एवं फोटो/वीडियोग्राफी अत्यंत मुश्किल कार्य है। अत्यंत दुर्गम क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों के साथ ही आस-पास के ऐसे मतदान  केंद्र जहां पर सी.सी.टी.वी कैमरा स्थापित नहीं किए जा सकते हैं, ऐसी सड़क गलियाँ अथवा रिहायसी कॉलोनी जहाँ सी.सी.टी.वी कैमरा नहीं लगाए जा सकते हैं वहाँ पर ड्रोन द्वारा निगरानी रखने हेतु नियोजित प्रक्रिया अपनाई गई।
उत्तराखंड पुलिस द्वारा एक अस्थाई कंट्रोल रूम केवल ड्रोन द्वारा भेजी गई तस्वीरों का अवलोकन करने हेतु स्थापित किया गया। ड्रोन द्वारा भेजी गयी तस्वीरों एवं वीडियों का निरीक्षण/ परीक्षण करते हुए संदिग्ध व्यक्ति, संदिग्ध वस्तु एवं संदिग्ध क्रियाकलापों की सूचना तत्काल पुलिस हेड क्वार्टर में स्थित चुनाव परिचालन केंद्र को भेजे जाएंगे। चुनाव परिचालन केंद्र द्वारा उक्त के अनुसार संदिग्ध व्यक्ति, वस्तु, स्थान घटना की सूचना संबंधित पुलिस अधिकारी को प्रेषित की जाएगी। जिसके तत्काल बाद बिना कोई समय गवाए उक्त व्यक्ति वस्तु स्थान की तलाशी करते हुए एक प्रारम्भिक सूक्ष्म जाँच की जाएगी। जिसके परिणाम स्वरूप भविष्य में होने वाली लॉ एंड आर्डर संबंधी समस्या का तत्काल निराकरण संपादित होगा।
ड्रोन द्वारा निगरानी का फ्लोचार्ट निम्नवत रहेगा।
ड्रोन ऑपरेटर द्वारा ड्रोन द्वारा खींचे गए फोटो/विडियो का अस्थाई कंट्रोल रूम में अवलोकन किया जाएगा। संदिग्ध वस्तु, व्यक्ति, स्थान, घटना को लोकेट किया जाएगा। इसके उपरांत चुनाव परिचालन केंद्र को इससे संबंधी सूचना भेजी जाएगी। संबंधित ड्यूटीरत पुलिस अधिकारी को सूचना भेजी जाएगी, इसके उपरांत संबंधित पुलिस अधिकारी द्वारा सूक्ष्म जाँच करते हुए समुचित कार्रवाई की जाएगी।

 

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