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आतंकी पाक, भारतीय जांबाजों को गोली से कर रहा है छलनी, बेशर्मी से भारत खेल रहा है आतंकी से क्रिकेट!

 

अनंतनाग व रजौरी में पाक आतंकियों से सुरक्षा बलों की हो रही है मुठभेड़ पर बेपरवाह राजनेता जयकारों में मस्त

 

देव सिंह रावत

एक तरफ देश के जांबाज, सीमावर्ती जम्मू कश्मीर में भारत को तबाह करने के लिए कई दशकों से उतारू पाकिस्तानी आतंकवादियों से देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ देश के हुक्मरान, राजनीतिक दल व जनता देश की सुरक्षा व स्वाभिमान को नजरअंदाज करते हुए आतंकी पाकिस्तान से क्रिकेट खेल में नीरो की तरह मस्त हैं। इन सत्तालोलुपुओं में इतना भी जमीर नहीं है कि आतंकी पाकिस्तान की नापाक इरादों को कुचलते हुये उसके साथ सभी प्रकार के संबंध तत्काल तोड़ दिए जाएं। यही नहीं उसके आतंकी मंसूबों को कुचलना के लिए उसे खेल सहित विश्व बिरादरी से पूरी तरह अलग थलग किया जाए।
सबसे हैरानी की बात है कि देश की आम जनता में भी इस बात की चेतना नहीं है। एक तरफ देश की जांबाज सीमा पर देश की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दे रहे हैं। इसकी राजनेता ही नहीं जनता भी इतनी संवेदनहीन हो गई है कि इस दुखद खबर के मिलने के बावजूद देश की राजधानी दिल्ली में सत्ताधारी पार्टी भाजपा के मुख्यालय व दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय में नेताओं के जयकारा ढोल नगाड़े बजाकर पुष्प वर्षा भी की जा रही थी। भाजपा मुख्यालय में जी 20 के सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री मोदी के भाजपा मुख्यालय में पधारने की खुशी में किया जा रहा था। वही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की नवनियुक्त अध्यक्ष की पधारने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में यह ढोल नगाड़े बजाए जा रहे थे। जबकि यह समय देश की जांबाजों की सम्मान में नमन करने का था। उनके परिजनों को ढांढस बंधाने का था।
यह राष्ट्र की सुरक्षा व सम्मान की प्रति उदासीनता का राष्ट्र घाति भाव नया-नया नहीं है आपकी तो कारगिल युद्ध की समय भी देश का जनमानस क्रिकेट के राज में मस्त था।

गौरतलब है कि कश्मीर के अनंतनाग जनपद में 13 सितम्बर 2023को पाकिस्तान के खुंखार आतंकियों से देश की रक्षा करते समय हो रही मुठभेड़ में सेना व पुलिस के अधिकारियों सहित 4 जांबाजों ने अपनी शहादत दी। सुरक्षा बलों ने आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया है।
इस मुठभेड़ में बलिदान देने वाले जांबाजों में सेना के जांबाज कर्नल मनप्रीत सिंह, बटालियन कमांडेट मेजर आशीष घानौत, जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट व एक जांबाज जवान है। इस मुठभेड़ में पाकिस्तान मूल के दो खुंखार आतंकियों को जांबाजों ने मौत के घाट उतार दिया है। इन मारे गये आतंकियों म द रेसिस्ट फ्रंट के कमांडर बासित डार व लश्कर ए तैयबा का है। मारे गये दोनों आतंकी पाकिस्तान मूल के हैं।
समाचारों के अनुसार खुफिया जानकारी मिलने पर आतंकियों का सफाया करने वाले अभियान के तहत सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह के नेतृत्व मे चलाया गया। जैसे ही सुरक्षा बलों ने आतंकियों को घेर कर समर्पण के कहा तो आतंकियों ने गोलीबारी कर दी।
पुलिस के साथ सेना द्धारा चलाये गये इस आतंकियों के सफाया अभियान में होलिकप्टर, ड्रौन व खुफिया कुत्तों के सहयोग से सुरक्षा बलों ने इन खुंखार आतंकियों को घेर लिया है। अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के गड़ोले के जंगलों में गोलियों चलती रही। आतंकियों के सफाये के लिये अतिरिक्त सुरक्षा बलों तैनात किया गया। ऐसी खबर है कि ये आतंकी पहाड़ी गुफा में छिपे हुए हैं। ऐसी खबर है कि इन घेरे गये आतंकियों में लश्कर के कमांडर उजैर खान है । वहीं इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाला रजिस्टेंªस ने कुछ समय पहले सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में मारे गये आतंकी मो. रियाज का बदला लेने के लिये किया गया। यह आतंकी संगठन ‘टीआरएफ’ पाकिस्तान के खुंखार आतंकी सरगना हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर तैयबा का नया नाम है। जो वैश्विक संगठनों की आंखों में धूल झोंकने व पाकिस्तान को एफएटीएफ की काली सूचि से बचाने के लिये कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद यहां पर आतंकी गतिविधियों की जिम्मेदारी लेने के लिये बनाया गया। असल में सारे आतंकी हमले पूर्व की तरह लश्कर ए तैयबा-हिजबुल मुजाहिदीन पाकिस्तानी की कुख्यात खुफिया ऐजेंसी आईएस आई के साथ मिल कर करती है।
दूूसरी तरफ ं जम्मू के रजोरी में भी आतंकियों से हुई एक मुठभेड में एक आतंकी मारा गया परन्तु इसमें सेना के एक जवान के साथ सेना का जांबाज कुत्ते ने भी देश की रक्षा में अपना बलिदान दिया। इस मुठभेड में पुलिस के विशेष पुलिस अधिकारी सहित तीन पुलिस जवान भी घायल हो गये।

 

 

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