Chamoli उत्तराखंड स्वास्थ्य

जवान बेटे के आकस्मिक निधन  के सदमें  में बेटे के मासिक श्राद्ध के एक दिन पहले ही स्वर्ग  सिधार गये बडे भाई  धर्मसिंह रावत़़

ओम शांति ओम। शोक संदेश

देवसिंह रावत

आज बडे भाई धर्मसिंह रावत के निधन की खबर जैसे ही मिली मैं स्तब्ध रह गया। भारतीय सेेना के सेवा निवृत सुबेदार  धर्मसिंह रावत का निधन 20 अगस्त 2023 के तडके  अपने निवास  कोठुली (नारायणबगड-चमोली ) उतराखण्ड में हुआ। उनके निधन की खबर सुन कर कोठुली, कडाकोट पट्टी सहित दिल्ली देहरादून आदि शहरों में रहने वाले ग्रामवासी व परिजन स्तब्ध रह गये।
बडे भाई धर्मसिंह रावत का अंतिम संस्कार  इस समय कोठुली गांव (नारायणबगड-चमोली ) उतराखण्ड के तेलगाड़  घाट में किया जा  रहा है। उनकी चिता को मुखाग्नि उनके छोटे बेटे पप्पू रावत व दोनो पोतों ंने परिजनों व स्वजनों की उपस्थिति में किया ।

अपने जवान बडे बेटे अवतार रावत के 23जून 2023 को रूडकी में हुये आकस्मिक निधन से भाई धर्मसिंह रावत बेहद टूट चूके थे।  तब से वे खाना ना के बराबर खा रहे थे, उनकी हालत देख कर परिवार सहित पूरा गांव भी आशंकित था। अधिमास के कारण स्व. अवतार सिंह रावत का मासिक श्राद्ध कल ही यानी 21 अगस्त 2023 को होनी तय थी।
यह दुखद खबर मुझे सुबह दिल्ली तुगलकाबाद निवासी भतीजे सुरेंद्र सिंह रावत व देहरादून से भाजपा नेता पुरूषोेतम शास्त्री ने दी। शास्त्री जी ने बताया कि अब पहले बडे भाई धर्मसिंह रावत के मृतक श्राद्ध होनेे के बाद ही भतीजा स्व अवतार सिंह रावत का श्राद्ध सम्पन्न होगा।
हिमाचल में अपना व्यवसाय करने वाले नोजवान बेटे स्व अवतार सिंह रावत के आकस्मिक निधन से पूरा परिवार टूट सा गया। इस सदमें से उबर भी नहीं पाये थे कि अब बडे भाई धर्मसिंह रावत का निधन परिवार पर एक प्रकार से बज्रपात सा हो गया। कल सांयकाल जब मेने अपने छोटे भाई त्रिलोक सिंह रावत को दूरभाष से बात की तो उसने बताया कि वह बडे भाई धर्मसिंह के घर में है। उनकी हालत ठीक नहीं है। वहीं स्व अवतार रावत के श्राद्ध  करने के लिये स्व अवतार रावत की धर्मपत्नी व बेटा, हिमाचल से गांव में पहंुच गये थे।  इसके बाद मेने सुरेंद्र सिंह रावत को भी यह बात बतायी।

परिवार में इस त्रासदी से पूरा परिवार स्तब्ध है। जवान बेटे केे बाद पति के निधन से भाभी जी भी बेहद दुखी है। ऐसी दुखद त्रासदी किसी को जीवन में सुनने व देखनेे को मिले। भगवान इस त्रासदी से उबरने की शक्ति परिजनों को दे व दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दे।

ओम शांति ओम

About the author

pyarauttarakhand5