उत्तराखंड देश स्वास्थ्य

“अपनी बहन-बेटियों की शादी शराबी और नशेड़ी युवाओं से न करें”- केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर का देश की जनता से दो टूक अनुरोध

मैं सांसद और मेरी पत्नी विधायक हो कर भाी अपने बेटे आकाश किशोर की जिंदगी नहीं बचा पाये तो आमजन कैसे बचा पायेगा। मेरा जन्म बेहद गरीब परिवार में हुआ था और उस वक्त दूध तक नसीब नहीं होता था।हम लोगों ने अपने बेटे आकाश किशोर की दोस्तों के साथ शराब पीने की लत छुडाने के लिए प्रयास किया और उसे नशा मुक्ति केंद्र में भी भर्ती भी कराया। हमने यह जानकर छह माह बाद बेटे की शादी कर दी कि उसकी लत छूट जायेगी। लेकिन शादी के बाद आकाश फिर से नशा करना शुरू किया तो जिंदगी ही खत्म कर दी। दो साल पहले 19 अक्टूबर को आकाश की मौत हुई तो उसका बेटा महज दो साल का था। मैं अपने बेटे को नहीं बचा पाया, जिससे मेरी बहु विधवा हो गई। आजादी के संग्राम में 6.32लाख लोगों ने दम तोडा था, वहीं हर साल नशे से 20 लाख लोग दम तोड़ रहे है। तमाम संगठन और अच्छे लोग नशा मुक्ति अभियान से जुड रहे है आप भी अपने परिवार को बचाने के लिए इस अभियान से जुडें। मेरी लोगों से अपील है कि वे अपनी बहन-बेटियों की शादी शराबी और नशेड़ी युवाओं से न करें। एक शराबी अधिकारी की तुलना में एक रिक्शा चालक या एक मजदूर बेहतर  दुल्हा साबित होगा। एक शराबी की उम्र बहुत कम होती है।
केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर
(सर्वोदय इंटर कालेज -लंभवा विधानसभा क्षेत्र -सुलतानपुर उप्र में आयोजित नशामुक्ति कार्यक्रम को संबोधित करते हुये)

About the author

pyarauttarakhand5