टिहरी जिले के नौली गांव के हिंसरियाखाल पट्टी निवासी सेना के पैराटू्र पर गौतम लाल जिनकी उम्र मात्र 24 नागालैंड में शहीद हो गए हैं। वे सेना में पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन के सैनिक थे। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक नागालैंड में जवानों ने उग्रवादी समझकर फायरिंग कर दी। इस घटना में सात मजदूर सहित कुल 13 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद वहां हिंसा हो गई और इस हिंसा में गौतम लाल शहीद हो गए।
उत्तराखंड के शहीद बेटे की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। बताया जा रहा है की शहीद गौतम लाल का पार्थिव शरीर आज को जॉलीग्रांट देहरादून लाया जाएगा।
गौतम पांच भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी तीन बहनें हैं। और उनकी अभी शादी भी नहीं हुई थी। पिता रमेश गांव में मेहनत मजदूरी का काम करते हैं।
~23 years old Paratrooper Gautam Lal! #NagalandAmbush
~There are 15 other SOLDIERS who r injured & 2 are in ICU.
~#IndianArmy practices highest degree of RESTRAINT, at the COST of their own lives. Unfortunate that civilians wr killed when firing ws done in SELF DEFENSE. https://t.co/3X5CoL6eNY pic.twitter.com/mJyjXAxpAV
— Levina🇮🇳 (@LevinaNeythiri) December 6, 2021
अक्तूबर मेें एक माह की छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। गौतम लगभग हर दो दिन के अंतराल में घर में फोन करके माता-पिता व परिजनों का हाल जानते थे। शुक्रवार को भी उनका फोन आया था। उन्होंने जनवरी में घर आने की बात की थी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उनकी शहादत पर शौक प्रकट किया और ट्विटर पर लिखा की “देवप्रयाग निवासी और पैराशूट रेजिमेंट की 21वीं बटालियन के पैरा कमांडो वीर श्री गौतम लाल जी नागालैंड में उग्रवाद निरोधक ऑपरेशन में मां भारती की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं।
देश के लिए दिए गए आपके इस सर्वोच्च बलिदान को मेरा शत्-शत् नमन है।”
देवप्रयाग निवासी और पैराशूट रेजिमेंट की 21वीं बटालियन के पैरा कमांडो वीर श्री गौतम लाल जी नागालैंड में उग्रवाद निरोधक ऑपरेशन में मां भारती की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हैं।
देश के लिए दिए गए आपके इस सर्वोच्च बलिदान को मेरा शत्-शत् नमन है।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 6, 2021
Situation at Mon #Nagaland pic.twitter.com/0EMH2qLT1t
— Naga Hills (@Hillsnaga) December 5, 2021