उत्तराखंड देश

नहीं रहे देश की वरिष्ठ पत्रकार व जनवादी विचारक #अवतार_नेगी

 

 

देव सिंह रावत

ओम शांति ओम।

बहुत दुखद खबर है।

आज देश के निर्भीक जनवादी विचारक व वरिष्ठ पत्रकार अवतार नेगी जी का निधन देश उत्तराखंड सहित मेरे लिए बहुत दुखदाई है।
उत्तराखंड पत्रकार परिषद व  Press Club of India के संंस्थापक सदस्य रहे नेेेगी  जी  मैक्स  चिकित्सालय में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे।
उत्तराखंड सहित देश-विदेश की जन सरोकारों के लिए समर्पित जिंदादिली इंसान का हमारे बीच से जाना बहुत दुखद है।
आज सुबह राज आंदोलनकारी बड़े भाई कुशाल सिंह बिष्ट का फोन आया तो उन्होंने इस प्रकार की आशंका प्रकट की थी। मैंने इसकी पुुष्टि   के लिए अवतार नेगी जी को भी फोन किया,
उनके नंबर पर कोई जवाब नहीं मिला उसके बाद मैंने फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप में देखा तो कहीं इस कार्य की सूचना नहीं थी ।
इसके बाद मुझे कुशाल सिंह बिष्ट जी के समधी जी का फोन आया हुए इस खबर की पुष्टि करना चाह रहे थे। उन से पता चला कि उनको राष्ट्र टाइम्स की संपादक, जो नेगी जी के भी मित्र हैं, से ज्ञात हुआ कि नेगी जी दो दिन से मैक्स अस्पताल में भर्ती थे और आज सुबह उनका निधन हुआ। मैंने उन्हें बताया कि अगर उनसे से पता चला तो खबर सच हो सकती है।
इसके बाद मेने अनिल पंत जी से बात कि बताने की के बारे में जानना चाहा। उन्हें भी इस बात का कोई भनक नहीं थी बातें ही कर रहे थे कि तभी उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी खबर आ रही है कि अवतार नेगी जी का निधन हो गया है।
मैं भी इसकी सूचना पर बाद में उन्होंने बताया कि
इसके बाद मुझे आम आदमी पार्टी के उत्तराखंड के युवा अध्यक्ष दिगमोहन नेगी का फोन आया।
श्री नेगी ने बताया कि सोशल मीडिया में पत्रकार जीना जी के शोक संदेश से इस खबर की का पता चला जिसकी पुष्टि करने के लिए उन्होंने मुझसे संपर्क किया। इसके बाद श्याम सिंह रावत का हल्द्वानी से, मोहन जोशी योगेश भट्ट, व अमरचंद का दिल्ली से भी इसी खबर की पुष्टि के लिए फोन आया था।

अवतार भाई जी दिल्ली प्रेस क्लब के वरिष्ठ सदस्य थे।
जर्मन सहित यूरोप के कई देशों में भारतीय समाचार एजेंसी पीटीआई के वरिष्ठ पत्रकार रहे। उत्तराखंड राज्य गठन आंदोलन के वरिष्ठ ध्वजवाहक रहे  अवतार नेगी  राजधानी गैरसैण के भी प्रबल आंदोलनकारी नेता रहे।वे  भारतीय भाषा आंदोलन के भी समर्थक रहे।

अवतार नेगी  की धर्मपत्नी भी भारत सरकार की वरिष्ठ  अधिकारी के पद  से कुछ साल पहले ही सेवानिवृत्त हुई।

दिल्ली के गीता कॉलोनी में लंबे समय से रह रह थे परंतु कोरोना काल में वे गीता कॉलोनी वाले घर के बजाय पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में  अपनी बेटी के नजदीक रह रहे थे।
उनकी एक भाई बेटी लंदन में व दूसरी दिल्ली में अपने परिवार के साथ रह रही है।
छात्र जीवन से ही वामपंथी विचारों के ध्वजवाहक रहे नेगी जी पत्रकारिता में देश विदेश में सेवारत रहे। पत्रकारिता के दौरान भी उत्तराखंड राज्य गठन आंदोलन में पीटीआई व दूरदर्शन  के वरिष्ठ पत्रकार रहे और इंद्रमणि बडोनी जी के नेतृत्व वाली संयुक्त संघर्ष समिति केंद्रीय प्रवक्ता भी रहे।

पौड़ी जनपद के मूल निवासी  अवतार नेगी जी उत्तराखंड की राजनीति में अपना सक्रिय योगदान देने के लिए हमेशा तत्पर रहे परंतु राजनीतिक नेताओं ने उनके उत्तराखंड को सवारने और दिशा देने की ललक को कभी साकार नहीं होने दिया। इसका उन्हें अंतिम समय तक काफी दुख रहा।

देश के अधिकांश प्रधानमंत्रियों सहित नेताओं से उनका सम्पर्क रहा। इंडिया टीवी की प्रारंभिक दिनों में रजत शर्मा के साथी भी रहे।
उत्तराखंड के राजनीति के शीर्ष नेता हेमवती नंदन बहुगुणा, नारायण दत्त तिवारी, हरीश रावत व सतपाल महाराज जी से उनका करीबी संबंध रहा। देश के अग्रणी धार्मिक समाजसेवी भोले जी महाराज व माता मंगला जी से भी उनका निकट संपर्क रहा।
राजनीतिक विचारधारा के भिन्न होने के बावजूद उनका मुझ पर सदा स्नेह ही रहा ।
मेरे तमाम विरोधियों के षड्यंत्र के बावजूद वे मुझे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया से जोड़ने में रहे।
नेगी जी का मन महानगरों की चकाचौंध के साथ देश की बदलती राजनीति से भी उब चुका था।
अब वे बाकी जीवन पहाड़ के किसी पर्वतीय क्षेत्र में गुजारना चाहते थे। यही नहीं समाचार जगत से भी उनका मोहभंग हो चुका था। वे कहते थे कि मैं अपने घर में टीवी पर समाचार नहीं देखता हूं।
कुछ दिनों पहले ही उनका मुझे फोन आया था। कुशल क्षेम पूछ रहे थे ।आज यकायक उनका चले जाना बहुत दुखदाई लग रहा है।
आज अचानक उनके निधन पर बड़े भारी मन से उनकी पावन स्मृति को सादर नमन करते हुए दिव्य आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूॅ।
उनके परिजनों को इस त्रासदी को सहने का भगवान धैर्य दे

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