देश स्वास्थ्य

भारत में कोरोना (कोविड-19) परीक्षणों की कुल संख्या 8.89 करोड़ पार

कोविड-19 पर पीआईबी का दैनिक बुलेटिन

13अक्टूबर 2020
नई दिल्ली से पसूकाभास

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(पिछले 24 घंटों में जारी कोविड-19 से संबंधित प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य शामिल हैं)

  • भारत प्रति मिलियन कम से कम मामलों और प्रति मिलियन कम से कम मौतोंऔर उच्च परीक्षण वाले देशों में लगातार शामिल
  • पिछले 24 घंटों में 10,73,014 परीक्षणों के साथ, परीक्षणों की कुल संख्या 8.89 करोड़
  • देश में पिछले 24 घंटों में 55,342 नए मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले पांच हफ्तों से, औसत दैनिक नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
  • राष्ट्रीय रिकवरी दर वर्तमान में 86.78 प्रतिशत
  • डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 से संबंधित मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 21वीं बैठक की अध्यक्षता की
  • स्वास्थ्य मंत्रालय की टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी ने पूरा किया 5 लाख टेलीकंसल्टेशंस

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भारत प्रति मिलियन कम से कम मामलों और प्रति मिलियन कम से कम मौतोंऔर उच्च परीक्षण वाले देशों में लगातार शामिल, संक्रमण के मामलों में निरंतर कमी आना जारी, पिछले 24 घंटों में 55,342 नए मामले सामने आए

केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की केंद्रित रणनीतियों और प्रभावी उपायों के फलस्‍वरूप, भारत ने प्रति मिलियन कम से कम मामलों,प्रति मिलियन कम से कम मौतों वाले देशों में अपनी वैश्विक स्थिति को बरकरार रखा है। जबकि प्रति मिलियन मामलों का वैश्विक आंकड़ा 4,794 है, भारत में यह संख्‍या 5,199 है। ब्रिटेन, रूस, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और ब्राजील में यह अधिक है।भारत में प्रति मिलियन मौतों के 79 मामले हैं, जबकि दुनिया का औसत 138 है। कुल परीक्षणों के मामले में, भारत शीर्ष देशों में से एक है। पिछले 24 घंटों में 10,73,014 परीक्षणों के साथ, परीक्षणों की कुल संख्या 8.89 करोड़ (8,89,45,107) है। देश में पिछले 24 घंटों में 55,342 नए मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले पांच हफ्तों से, औसत दैनिक नए मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। दैनिक नए मामलों का साप्ताहिक औसत सितंबर के दूसरे सप्ताह में 92,830 मामलों से घटकर अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 70,114 मामले तक पहुंच गया।भारत में लगातार संक्रमित मामलों में कमी दर्ज की जा रही है। वर्तमान में संक्रमित मामलों में देश के कुल संक्रमित मामलों का केवल 11.69 प्रतिशत मामले शेष बचे हैं, जो 8,38,729 है। सं‍क्रमित मामले भी लगातार पांचवें दिन 9 लाख से कम पाए गए। 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 संक्रमण के नए मामलों के 76 प्रतिशत मामले पाए गए हैं। कर्नाटक ने सबसे अधिक नए मामलों की संख्या के साथ महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है। दोनों राज्‍यों में अभी भी 7,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। जिन राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं – वे हैं कर्नाटक, केरल, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़।पिछले 24 घंटों में 77,760 मरीज संक्रमण से मुक्‍त हुए। इसके साथ ही संक्रमण से मुक्‍त हो चुके कुल मरीजों की संख्या 62 लाख (62,27,295) को पार कर गई है। राष्ट्रीय रिकवरी दर में निरंतर वृद्धि के साथ प्रतिदिन रिकवरी की उच्च संख्या का भी संकेत मिलता है, जो वर्तमान में 86.78 प्रतिशत है। 10 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में संक्रमण से मुक्‍त मरीजों के मामले 78 प्रतिशत हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में 15,000 से अधिक मरीज संक्रमण से मुक्‍त हो रहे हैं, इसके बाद 12,000 से अधिक ऐसे मामलों के साथ कर्नाटक का स्‍थान है। कोविड-19 के कारण होने वाली मौतें लगातार पिछले दस दिनों से 1000 से कम रही हैं। पिछले 24 घंटों में मौतों के 706 मामले सामने आए हैं। इनमें से लगभग 79 प्रतिशत दसराज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। महाराष्‍ट्र से मौतों के 23 प्रतिशत से अधिक मामले (165 मौत) पाए गए हैं।

 

 

डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 से संबंधित मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 21वीं बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज यहां वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित एक उच्च स्तरीय मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 21वीं बैठक की अध्यक्षता की। उनके साथ इस बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और नागरिक उड्डयन मंत्री श्री हरदीप एस. पुरी भी शामिल थे। पोत परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री श्री मनसुख लाल मंडाविया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद के. पॉल आभासी माध्यम से इस बैठक में शामिल हुए। डॉ. हर्षवर्धन ने अपने सहयोगियों को इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में जुटेभारत द्वारा एक दृढ़ सार्वजनिक स्वास्थ्य रवैया अपनाये जाने और इससे संबंधित अब तक के उत्साहजनक परिणामों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “इस बीमारी से ठीक होने वाले कुल 62,27,295 मामलों के साथ, भारत में ठीक होने की दर 86.78% है, जोकि दुनिया में सर्वाधिक है।दुनिया भर मेंइस बीमारी से होने वाली मौतों के मामले में भारत मात्र 1.53% की मृत्यु दर के साथ सबसे नीचे है और मामलों के तीन दिन में दुगना होने की दर को सफलतापूर्वक बढ़ाकर 74.9 दिनों तक ले जाया गया है।” उन्होंने आगे कहा, “वर्तमान में कुल 1927 प्रयोगशालाओं के मध्यम से जांच में तेजी आई है। भारत में जांच क्षमता को बढ़ाकर 1.5 मिलियन जांच प्रतिदिन कर दी गई है। पिछले 24 घंटों में करीब 11 लाख नमूनों की जांच की गयी।”केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री तथा मंत्रियों के समूह के अध्यक्ष ने इस बीमारी को लेकर अपनी चिंताओं को दोहराते हुए सभी से आगामी त्योहारों मौसम और सर्दियों के महीनों के दौरान, जब इस रोग में वृद्धि की संभावना अधिक है, कोविड के प्रति उचित व्यवहार के पालन की अपील की। उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री ने त्योहारों को मनाते हुए बीमारियों के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से लोगों को कोविड के प्रति उपयुक्त व्यवहारों को अपनाने और उन्हें बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक देशव्यापी जन आंदोलन शुरू किया है।”

 

 

स्वास्थ्य मंत्रालय की टेलीमेडिसिन सेवा ई-संजीवनी ने पूरा किया 5 लाख टेलीकंसल्टेशंस,ई-संजीवनी ओपीडी के जरिये अब 216 ऑनलाइन ओपीडी का संचालन

स्वास्थ्य मंत्रालय की टेलीमेडिसिन पहल ई-संजीवनी रोगियों और डॉक्टरों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है। इसने बहुत कम समय में 5 लाख टेलीकंसल्टेशन पूरा किया है। अंतिम एक लाख परामर्श 17 दिनों के रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया। स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के डिजिटल साधन के तौर पर ई-संजीवनी धीरे-धीरे भारतीय स्वास्थ्य सेवा डिलिवरी प्रणाली की एक समानांतर धारा के रूप में आकार ले रही है। पिछले कुछ दिनों में इस प्लेटफॉर्म पर दैनिक टेलीकंसल्टेशन की संख्या 8,000 के पार पहुंच गई। वर्तमान में 26 राज्य ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन के दो वेरिएंट- डॉक्टर से डॉक्टर (ई-संजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी) और रोगी से डॉक्टर (ई-संजीवनी ओपीडी)- का उपयोग कर रहे हैं। ई-संजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी को नवंबर 2019 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था। इसे भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत पहचान किए गए मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के साथ मिलकर दिसंबर 2022 तक ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल में 1,55,000 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों में लागू किया जाना है। ई-संजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी लगभग 4,000 स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों पर कार्य कर रही है और इसके बराबर संख्या में एचडब्ल्यूसी पर काम चल रहा है। वर्तमान में ई-संजीवनी ओपीडी के तहत 26 सामान्य ओपीडी और 190 स्पेशिएलिटी एवं सुपर-स्पेशिएलिटी ओपीडी का संचालन किया जा रहा है। देश भर के लगभग 20,000 डॉक्टरों और स्वास्थ्य-कर्मियों को दोनों प्रकार के ई-संजीवनी प्लेटफॉर्म के लिए प्रशिक्षित किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ई-संजीवनी की स्वीकार्यता को बढ़ावा देने के लिए एक दमदार डिजिटल स्वास्थ्य परिवेश तैयार किया है। इसके अलावा वह मानव एवं ढांचागत संसाधनों की स्थापना करके राज्य सरकारों की मदद कर रहा है। मंत्रालय ने विकास, कार्यान्वयन, संचालन और स्वास्थ्य कर्मियों के प्रशिक्षण जैसी एंड-टु-एंड तकनीकी सेवाएं प्रदान करने के लिए सेंटर फॉर एडवांस कंप्यूटिंग की मोहाली शाखा से संपर्क किया है। जिन दस राज्यों ने ई-संजीवनी और ई-संजीवनी ओपीडी प्लेटफॉर्म के जरिये सबसे अधिक टेलीकंसल्टेशन दर्ज किया है उनमें तमिलनाडु (169977), उत्तर प्रदेश (134992), हिमाचल प्रदेश (39326), केरल (39300), आंध्र प्रदेश (31365), उत्तराखंड (16442), मध्य प्रदेश (14965), गुजरात (10839), कर्नाटक (9498) और महाराष्ट्र (7895) शामिल हैं।

 

 

आयुष संबंधी व्यवस्था के लिए चेन्नई में आज क्षेत्रीय कच्ची औषधि भंडार केंद्र का शुभारंभ किया गया

केंद्रीय आयुष मंत्री और रक्षा राज्यमंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक ने आज एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय सिद्ध संस्थान में दक्षिणी पठार क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय कच्ची औषधि भंडार केंद्र (आरआरडीआर) का उद्घाटन किया। आयुष मंत्रालय में सचिव, वैद्य राजेश कोटेचा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित राष्ट्रीय आयुष मिशन के लिए यह आरआरडीआर केंद्र काफी अहम होंगे क्योंकि औषधीय पौधों की खेती में इनकी अहम भूमिका होती है। इसी दिशा में आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय औषधीय पौधा बोर्ड (एनएमपीबी) के माध्यम से राष्ट्रीय कच्ची औषधि भंडार केंद्र और क्षेत्रीय कच्ची औषधि भंडार केंद्र स्थापित करने की पहल की है। एनएमपीबी ने राष्ट्रीय सिद्ध संस्थान को प्रमुख केंद्र के रूप में चिन्हित किया है। क्षेत्रीय यूनानी औषधि शोध संस्थान, चेन्नई और सिद्ध केंद्रीय शोध संस्थान, चेन्नई सहयोगी संस्थान की भूमिका में होंगे। आरआरडीआर, दक्षिणी पठार क्षेत्र में कृषि जलवायु क्षेत्रों से संग्रहीत की गई कच्ची औषधियों के प्रमाणन, दस्तावेजीकरण और इनके संग्रहण में मुख्य भूमिका निभाएगा।

 

 

भारतीय खेल प्राधिकरण और भारतीय राष्‍ट्रीय राइफल एसोसिएशन संयुक्त रूप से राष्ट्रीय शूटिंग शिविर सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी लेंगे

कोर ओलंपिक निशानेबाजों के लिए राष्ट्रीय शूटिंग शिविर डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज में होगा, जैसा कि पिछले सप्ताह दो महीने (15 अक्टूबर -17 दिसम्बर) की अवधि के लिए घोषित किया गया था। एक सुरक्षित बायो-बबल बनाए रखने के लिए, जिससे एथलीट सुरक्षित रूप से प्रशिक्षित हो सकें और कोरोनोवायरस के प्रकोप को रोक सकें। भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और भारतीय राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन (एनआरएआई) द्वारा संयुक्‍त रूप से मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को बनाए रखने की जिम्मेदारी ली जाएगी। शूटिंग रेंज के रखरखाव की जिम्मेदारी डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेंज के प्रशासक के पास होगी। सुरक्षा को बनाए रखने और परिसर और रेंज कर्मियों के बीच संपर्क को कम करने के लिए, जोखिम श्रेणी की प्रकृति के आधार पर परिसर को ग्रीन, ऑरेंज, येलो और रेड ज़ोन में विभाजित करने की योजना बनाई गई है। भारतीय राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन आयोजन स्थल के पास एक होटल में भोजन और ठहरने की व्यवस्था करेगा, जिसके लिए भारतीय खेल प्राधिकरण मौजूदा मानदंडों के अनुसार सहायता प्रदान करेगा। होटल से लेकर शूटिंग रेंज में प्रवेश तक एनआरएआई की जिम्मेदारी होगी कि वह सुरक्षा की दृष्टि से मानक संचालन प्रक्रिया कायम रखे। एनआरएआई ने क्‍वारंटीन प्रक्रिया तैयार की है, जिसके तहत दिल्ली-एनसीआर के बाहर से आने वाले निशानेबाजों/कोचों को 7 दिनों की अवधि के लिए होटल में ठहराया जाएगा।

 

 

कोविड महामारी के दौरान आरटीआई मामलों की निपटान की दर पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अधिक रही: डॉ जितेंद्र सिंह

पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज कहा कि आरटीआई (सूचना का अधिकार) के मामलों में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में बीते 6 महीनों की कोविड अवधि के दौरान उच्च निपटान दर दर्ज की गई है। 12 अक्टूबर 2005 को लागू हुए आरटीआई अधिनियम के 15 साल पूरे होने के अवसर पर संबोधन करते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने आंकड़ों के हवाले से कहा कि, पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 में मार्च से सितंबर के बीच 76.49% आरटीआई के मामलों का निस्तारण किया गया। जबकि वित्तीय वर्ष 2020-21 में मार्च से सितंबर की समान अवधि के दौरान आरटीआई मामलों निपटान दर बढ़कर 93.98% हो गई है। पंजीकृत मामलों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने बताया कि, पिछले साल की समान अवधि के दौरान कुल 11,716 पंजीकृत मामलों में से 8,962 मामलों का निस्तारण किया गया, वहीं इस वर्ष मार्च से सितंबर के बीच कुल 8,528 में से 8,015 मामलों का निस्तारण किया गया।

 

 

पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां

  • पंजाब : राज्य सरकार ने कुछ शर्तों का पालन करते हुए 15 अक्टूबर,2020 से चरणबद्ध रूप से स्कूल और कोचिंग संस्थान फिर से खोलने का निर्णय लिया है। पंजाब में ऑनलाइन/ दूरस्थ शिक्षा अध्ययन के लिए पसंदीदा रूप बना रहेगा और इसे प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके साथ ही केवल नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्रों को माता-पिता की अनुमति के साथ और उपस्थिति अनिवार्य किए बिना स्कूल/संस्थान में भाग लेने की अनुमति होगी।
  • हिमाचल प्रदेश : मुख्यमंत्री ने राज्य को लोगों से केंद्र सरकार के मास्क अप अभियान का हिस्सा बनने का आह्वान किया है। इस अभियान के अंतर्गत कोविड-19 वायरस के प्रसार से बचने और अपने परिवार को वायरस के प्रभाव से बचाने के लिए लोगों से घरों से बाहर जाते समय फेस्क मास्क का इस्तेमाल करने का आह्वान किया जाता है। उन्होंने इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश को लोगों को कुछ साधारण सावधानियों जैसे शारीरिक दूरी का पालन, फेस मास्क पहनने,कमरों को हवादार बनाए रखने,भीड़ से बचने और अपने हाथ साफ करने आदि का पालन कर सुरक्षित बने रहने का आह्वान भी किया।
  • केरल : कोझिकोड़ के व्यापारियों ने जिलाधिकारी की व्यापारिक संगठनों के साथ बातचीत के बाद कोविड कंटेनमेंट प्रयास के नाम पर दुकानों को बंद करने के विरोध में गुरुवार को आयोजित होने वाले प्रस्तावित बंद को वापिस ले लिया है। व्यापारियों का आरोप था कि कंटेनमेंट जोन मनमानेऔर अवैज्ञानिक ढंग से घोषित किए जा रहे हैं। कोविड-19 महामारी के प्रसार के बाद बंद की गई जलमार्ग विभाग की वातानुकूलित तीव्र गति की नाव राज्य में पर्यटक स्थलों को फिर से खोलने के बाद शुरू कर दी गई हैं। इस बीच केरल में कल कम नमूनों की जांच के बाद कोविड-19 के 5,930 नए मामले सामने आए। वर्तमान में राज्य में 94,388 लोग उपचार प्राप्त कर रहे हैं और 2.81 लाख लोग निगरानी में हैं। केरल में कोविड-19 से आधिकारिक रूप से अब तक 1025 लोगों की मृत्यु हुई है।
  • तमिलनाडु : पुडुचेरी में रोक हटने के बीच पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए उनकी कोविड-19 की जांच की जाएगी और पर्यटकों की जांच के लिए समुद्रतट(बीच) रोड़ पर स्वास्थ्य दल की तैनाती की जाएगी। तमिलनाडु में 41 हजार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। सितंबर माह तक राज्य ने 42 समझौतों के द्वारा 31,464 करोड़ रूपए का निवेश प्राप्त किया। तमिलनाडु में सोमवार को 83 दिन में पहली बार कोविड-19 के पांच हजार से कम मामले सामने आए और 4,879 मामले दर्ज किए गए। राज्य में कोविडृ19 के कुल मामले बढ़कर 6,61,264 हो गए हैं। तमिलनाडु में 62 और लोगों की मृत्यु होने के बाद अब तक 10,314 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राज्य में कोविड-19 के सक्रिय मामले भी कम होकर 43,747 रह गए हैं।
  • कर्नाटक : कोविड-19 के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य चुनाव आयोग से ग्राम पंचायत चुनाव स्थगित करने का अनुरोध किया है। तुमकुर जिले में कोविड-19 के उपचार के लिए निर्धारित तुमकुर अस्पताल मेंऑक्सीजन सयंत्र स्थापित कर दिया गया है। इससे आईसीयू रोगियों कोजीवन-रक्षक गैस की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। कर्नाटक के नए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने सामाजिक कल्याण मंत्री बी श्रीरामुलु के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की और राज्य में कोविड-19 पर नियंत्रण पाने के संबंध में विचार-विमर्श किया।
  • आंध्रप्रदेश : मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के कारण मरने वालेपत्रकारों के परिवारों कोपांच लाख रूपए देनेका वादा किया है। कोविड-19 का उपचार करा रहे पत्रकारों के लिए विशेष बेड स्थापित किए गए हैं। एक प्रमुख घटनाक्रम में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम(टीटीडी) ने 16 से 24 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले नवरात्रि ब्रहोत्सवम के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को अनुमति देने संबंधी अपने पहले लिए गए निर्णय में बदलाव करते हुए अब केवल एकांत मेंनवरात्रि ब्रहोत्सवम आयोजित करने का फैसला लिया है। इस बीच आंध्रप्रदेश में सोमवार को रिकार्ड संख्या में कोरोना वायरस के कम मामले सामने आए। सोमवार को 3224 मामले सामने आने के बाद अब राज्य में कुल 7,56,056 मामले हो गए हैं और 32 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
  • तेलंगाना : बीते चौबीस घंटे में कोरोना वायरस के 1,708 नए मामले सामने आए, 2,009 लोग स्वस्थ हुए और पांच लोगों की मृत्यु हुई। 1,708 मामलों में से 277 मामले जीएचएमसी में मिले। तेलंगाना में अब कोरोना वायरस के कुल 2,14,792 मामले, 24,208 सक्रिय मामले,1,233 लोगों की मृत्यु और 1,89,351 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को तेलंगाना के सभी सरकारी अस्पतालों में गैर-कोविड सेवा को फिर से शुरू करने का आदेश जारी किया है और मानव संसाधन की कमी विभाग के लिए चिंता का कारण हो सकती है। अधिकांश अस्पतालों में मानव संसाधन की कमी मुख्य रूप से तीन विभागों सामान्य चिकित्सा,एनेस्थेशिया और पल्मोनॉजी में देखी जा रही है।
  • असम : राज्य में कल 1,457 रोगियों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने टवीट कर बताया कि अब तक 1,66,036 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है और असम में अब 28,439 सक्रिय रोगी हैं।
  • मिजोरम : राज्य में कल कोविड-19 के 18 नए मामले सामने आए। राज्य में अब कोविड-19 के कुल 2,202 मामले और 156 सक्रिय मामले हैं।
  • नागालैंड : 221 नए मामलों के साथ नगालैंड में 7,240 पॉजिटिव मामले हो गए हैं। राज्य में अब कोविड-19 के 1,493 सक्रिय मामले हैं जबकि 5,754 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
  • सिक्किम : राज्य में कोरोना से अब तक 57 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और सात नए मामले सामने आए हैं।

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