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पेटीएम बैंक का विश्व में परचम लहरायेगी रेणु सत्ती

पेटीएम बैंक की कमान रेणु सत्ती को मिलने से उत्साहित है महिलायें
उत्तराखण्ड मूल की रेणु सत्ती की प्रतिभा पर भारतीय रिजर्ब बैंक ने लगायी मुहर

नई दिल्ली(प्याउ)। पेटीएम बैक की कमान 41 वर्षीया रेणु सत्ती को मिलने से महिलाओं में भारी उत्साह है। रेणु ने यह सिद्ध कर दिया है कि भारत की साधारण परिवार की बेटी भी देश विदेश में अपनी प्रतिभा के बल पर पुरूषों से किसी भी मामले में कम नहीं है। महिलायें भी अपने दम पर पुरूषों में युगों से भरी श्रेष्ठता के अहं को चूर कर सकती है।
नोटबंदी के बाद देश में अपनी मजबूत उपस्थित दर्ज कराने वाली पेटीएम ने अपनी पेटीएम पेमंट बैंक का कारोबार की बागडोर अपनी वाइस प्रेजीडेंट रेनु सत्ती को सोंपी है। रेणु सत्ती विगत 13 सालों से पेटीएम के साथ कार्यरत है। रेणु सत्ती के नाम का ऐलान ऐटीएम ने अपने बैंक के कारोबार के लिए सीईओ के लिए दिये गये नामों में से रेणु सत्ती के नाम पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सहमति देने के बाद किया गया। गौरतलब है कि पेमेंट बैंक छोटे प्रकार के बैंक होते हैं, जो मुख्य रूप से मोबाइल फोन के माध्यम से ग्राहकों तक अपनी पहुंच बनाते हैं,। इसमें सुविधाओं का लाभ लेने के लिए परंपरागत रुप से बैंक ब्रांच तक पहुंचने की जरूरत नहीं होती है।
पेमेंट बैंक लोन की पेशकश नहीं कर सकते हैं। आपके खाते में एक लाख रुपए तक की राशि जमा कर सकते हैं और आम बैंकों के सेविंग खातों की ही तरह जमा राशि पर ब्याज का भुगतान कर सकते हैं। इसमें सिर्फ मोबाइल फोन के माध्यम से पैसे स्थानांतरित और भेजे जा सकते हैं।
दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र निवासी उत्तराखण्ड मूल की 41 वर्षीया रेणु सत्ती की शिक्षा दीक्षा दिल्ली में हुई । उनके पिता जी स्व. प्रेमबल्लभ सत्ती दिल्ली में निजी कम्पनी में सेवारत थे। रेणु की माॅं मीना देवी है। रेणु का पैतृक गांव सीमान्त जनपद चमोली के गोचर के समीप झालीमठ है। वह 2003 में मदर डेयरी से जुडने के बाद अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। दिल्ली के रोहणी क्षेत्र में अपनी माॅं के साथ रहने वाली रेणु सत्ती की तीन बहिनों रचना उनियाल, सुनीता ढौडियाल व संगीता तीनों वैवाहिक जीवन जी रहे है। अपनी लग्न की पक्की रेणु सत्ती के पेटीएम बैंक की सीईओ बनने से उनके गांव में ही नहीं पूरे प्रदेश ने गर्व महसूस किया।
देखना यह है कि रेणु सत्ती पेटीएम बैंक को अपने चियरमेन विजय शेखर शर्मा व अल्लीबाबा के जेक मा की आशाओं पर कहां तक खरी उतरती है। पहाड़ सी चुनौती है पर पहाड़ी मूल की होने पर रेणु सत्ती पहाड़ सी चुनौती का कदम कदम पर हसंते हंसते मुकाबला करना बखुबी आता है। आत्मविश्वास से भरपूर रेणु सत्ती पेटीएम बैंक को देश विदेश में मजबूत स्थान दिलाने देने के लिए कमर कस चूकी है।

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