उत्तराखंड

अलकनंदा में नाहते समय बह रहे 17 वर्षीय भाई को बचाने आयी 13 वर्षीय बहन भी बही।

अलकनंदा में नाहते समय बह रहे 17 वर्षीय भाई को बचाने आयी 13 वर्षीय बहन भी बही।
शिवानंदी (प्याउ),। बदरीनाथ राजमार्ग में शिवानंदी के समीप गंगा की साहयक नदी अलकनंदा नदी के किनारे नहा रहे दो सगे भाई बहन नदी की तेजधारा की चपेट में आने से बह गये। इन दोनों बच्चों की काफी खोज की गयी परन्तु खोज अभियान में लगी पुलिस, आपदा व गौचर स्थित भातिसीसुब आदि के पांच बचाव दलने रतूडा, सुमेरपुर, कोटेश्वर रूद्र प्रयाग संगम में काफी खोज की लेकिन कहीं बच्चों का पता नहीं चला। खबर है कि 26 मार्च को गुप्तकाशी के ब्यूंग गांव के निवासी जगदीश सेमवाल के दोनों बच्चे जो अपनी मां के साथ अपनी ननिहाल निरवाली गांव आये थे, वे ननिहाल के नीच अलकनंदा नदी के किनारे नहाने लगे। नहाते समय 17 साल का साहिल अचानक एक तेज लहर की चपेट में बहने लगा, वह बचाओ बचाओ करके चिलाने लगा। अपने भाई को बहते देख कर उसकी 13 साल की बहन सांवली जैसे ही अपने भाई को बचाने के लिए आगे बढ़ी वह भी तेज धारा के चपेट में आ कर नदी में बह गयी। इस दृश्य को देख कर लोग असहाय हो कर देखते रहने के लिए मजबूर हुए। कुछ देर में वे आंखों से औझल हो गये। उसके बाद बचाव दलों ने काफी खोज की परन्तु बच्चों का कहीं पता नहीं चला। बच्चों को नदी में बहने की खबर सुन कर माॅ बाप सहित पूरे ननिहाल का बुरा हाल है।

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