4सितंबर 2024, दिल्ली से पसुकाभास
महामहिम,
आपके भावपूर्ण शब्द, समग्र स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए, मैं आपको और पूरे रॉयल फैमिली का दिल से स्वागत करता हूं।
सबसे पहले मैं आपको और ब्रुनेई के लोगों को आजादी की 40वीं वर्षगांठ पर 140 करोड़ भारतवासियों को ओर से हार्दिक बधाई देता हूं।
महामहिम,
हमारा तीसरा प्राचीन सांस्कृतिक संबंध है। हमारी मित्रता का आधार हमारी यह महान सांस्कृतिक परंपरा है। आपके नेतृत्व में हमारे संबंध दिवस के दिन प्रागढ़ होते जा रहे हैं। 2018 में हमारे गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में आपकी भारत यात्रा की याद आज भी भारत के लोगों को बहुत गौरव के साथ याद दिलाती है।
महामहिम,
मुझे बहुत ख़ुशी है कि मैं अपने तीसरे वर्ष की शुरुआत में ब्रुनेई की भावी यात्रा और विषय पर चर्चा करने का सौभाग्य मिला। ये भी सुखद संयोग है, इस मौके पर हम 40वीं कक्षा मना रहे हैं। भारत के एक्ट ईस्ट काउंसिल और इंडो-पैसिफिक विजन में ब्रुनेई का महत्वपूर्ण योगदान, ये हमारे भविष्य की नींव है। हम एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं। विश्वास है कि मेरी इस यात्रा से और हमारी चर्चाओं से आने वाले समय में हमारे आदिवासियों को दिशा मिलेगी। एक बार फिर यह मशीन पर मैं आपके दिल से बहुत-बहुत काम करता हूं।
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