मनोरंजन

28 फरवरी को होगा श्रीदेवी का अंतिम संस्कार, आज रात पंहुचेगा दुबई से शव, पुलिस ने बंद किया मामला

श्रीदेवी के आकस्मिक निधन से स्तब्ध फिल्मी दुनिया सहित करोड़ों प्रसंशक

 

बोनी कपूर से विवाह कर मिथुन चक्रवर्ती से संबंध बिच्छेद के दंश से उबरी थी श्रीदेवी

देवसिंह रावत

आखिरकार काफी जिद्दोजहेद के बाद यह तय हो गया कि दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी का अंतिम संस्कार मुम्बई में 28 फरवरी को होगा। श्रीदेवी का 24 फरवरी की रात को दुबई में संदेहास्पद परिस्थितियों में ंदेहांत होने से मामला पुलिसिया जांच में उलझने से अभिनेत्री का शव 25 से 27 फरवरी तक भारत नहीं लाया जा सका। लोक हर दिन इंतजार करते रहे। 27 फरवरी की दोपहर को  इस विवाद का समाधान हुआ। दुबई पुलिस ने यह मामला बंद कर। शव को श्रीदेवी के परिजनों को सोंप दिया।
इस निर्णय के बाद 27 फरवरी की रात तक श्रीदेवी का शव मुम्बई पंहुचेगा।
यह मामला तब उलझा जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में श्रीदेवी की मौत हृदयघात से नहीं अपितु टब में डूबने से हुई। इस रिर्पोट में श्रीदेवी के शरीर में शराब के अंश भी मिले। जिसके बाद न केवल अमर सिंह ने अपितु सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी इस  प्रकरण पर प्रश्न उठाया। इस प्रकरण में श्रीदेवी के पति का विवाह समारोह से मुम्बई वापस लोटने के बाद अचानक दुबई में आना व उसके बाद श्रीदेवी की रहस्यमय परिस्थितियों में मौेत के कारण मामला काफी रहस्यमय बन गया था।
पूरे बोलीवुड में 25 फरवरी से 27 फरवरी तक शोक व रहस्य में गमगीन है। जैसे ही 25 फरवरी की तडके जैसे ही लोगों ने करोड़ों लोगों के दिलों में राज करने वाली फिल्मी दुनिया की चादंनी के नाम से विख्यात अभिनेत्री श्रीदेवी के आकस्मिक निधन की खबर सुनी तो फिल्मी दुनिया ही नहीं पूरा देश स्तब्ध हो गया। लोगों को विश्वास ही नहीं हुआ कि 54 साल की कम उम्र में अचानक  दुनिया से अलविदा कर गयी। 24 फरवरी को दुबई में अपने एक परिजन की शादी में बहुत बडे हर्षोल्लाश के साथ सम्मलित हुई फिल्मी दुनिया की महान अभिनेत्री श्रीदेवी निधन,  दुबई में ही रात को 11-11.30 बजे को हृदयाघात होने से हो गया। श्रीदेवी अपने पति बॉनी कपूर और छोटी बेटी खुशी के साथ मोहित मारवाह के शादी समारोह में शिरकत करने दुबई गई थीं। फिल्मी दुनिया में बेहतरीन अभिनय के लिए उनको पदम श्री के उपाधी से सम्मानित किया गया।  4 वर्ष की बाल उम्र में ही फिल्मी दुनिया में कदम रख कर अंतिम सांस तक फिल्मी दुनिया में समर्पित रही श्रीदेवी ने तमिल, मलयालम, तेल्गु, कन्नड़ और हिन्दी फिल्मों में काम किया।

फिल्मी दुनिया की बेहतरीन अभिनेत्री व फिल्म निर्मात्री श्रीदेवी के निधन की खबर सुन कर जहां प्रधानमंत्री, फिल्मी दुनिया सहित तमाम लोगों ने अपना गहरा शोक प्रकट किया। उनका पार्थिक शरीर 25 फरवरी की सांय तक मुम्बई लाया जायेगा। उसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
श्री देवी के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि सुप्रसिद्ध अभिनेत्री श्रीदेवी की असामयिक मृत्यु से दुखी हूं। वह फिल्म इंडस्ट्री की एक बड़ी कलाकार थीं, जिनके लंबे करियर में विविध और यादगार भूमिकाएं शामिल हैं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।
श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त 1963 में तमिलनाडू के शिवकासी निवासी वकील अयपन के घर में  हुआ। उनकी माता का मायका आंध्र प्रदेश के तिरूपति में था। भले ही फिल्मी दुनिया में श्रीदेवी के नाम से विख्यात रही परन्तु उनका असली नाम श्री अम्मा यंगर अय्यपन रहा। श्रीदेवी के दो सोतेले भाई व एक बहिन है।
पूरी दुनिया भले ही श्रीदेवी को बोनी कपूर की पत्नी के रूप में जानता है। उनके शोकाकुल परिवार में उनके पति बोनी कपूर  दो बेटियां जाव्हनी व खुशी है के अलावा दो देवर अनिल कपूर व संजय कपूर का परिवार है।
फिल्मी दुनिया में ऐसी भी अपुष्ट अटकले थी कि बोनी कपूर से 1996 में दाम्पत्य सुत्र में बंधने से पहले श्रीदेवी ने 19885में फिल्मी दुनिया के बेताज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती से शादी की परन्तु 1988 में दोनों ने सम्बंध विच्छेद कर दिये।

श्रीदेवी एक भारतीय फिल्म अभिनेत्री थीं जिन्होंने तमिल, मलयालम, तेल्गु, कन्नड़ और हिन्दी सिनेमा में काम किया था। १९७५ की फिल्म जूली से उन्होंने हिन्दी सिनेमा में बाल अभिनेत्री के रूप में प्रवेश किया था। अपनी पहली फिल्म मून्द्र्हु मुदिछु नामक तमिल में थी। श्रीदेवी का बॉलीवुड में प्रवेश १९७८ की फिल्म सोलहवाँ सावन से हुआ। लेकिन उन्हे सबसे अधिक पहचान १९८३ की फिल्म हिम्मतवाला से मिली। सदमा, नागिन,निगाहें, मिस्टर इन्डिया, चालबाज, लम्हे, खुदा गवाह और जुदाई उनकी प्रसिद्ध फिल्में हैं। २०१३ मै सरकार ने उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया। श्रीदेवी अब तक पाँच फिल्मफेयर इनाम भी प्राप्त कर चुकी हैं। श्री देवी की मुख्य फिल्मे 2007     हल्ला बोल, ,2004     मेरी बीवी का जवाब नहीं, 1999 देवरागम (तेलुगु ) 1997-जुदाई,,1997 कौन सच्चा कौन झूठा, 1996     आर्मी,1996 मिस्टर बेचारा, 1996 ग्रेट रॉबरी, 1994 चाँद का टुकड़ा, 1994 गोपीकल्याना     (तेलुगु ), 1987 मिस्टर इण्डिया, जैसे को तैसा (1973), जूली (1975), सोलहवां साल (1978) हिम्मतवाला (1983), जस्टिस चैधरी (1983), जानी दोस्त (1983), कलाकार (1983), सदमा (1983), अक्लमंद (1984), इन्कलाब (1984), जाग उठा इंसान (1984), नया कदम (1984), मकसद (1984), तोहफा (1984), बलिदान (1985), मास्टर जी (1985), सरफरोश (1985),  आखिरी रास्ता (1986), भगवान दादा (1986), धर्म अधिकारी (1986), घर संसार (1986), नगीना (1986), कर्मा (1986), सुहागन (1986), सल्तनत (1986), औलाद (1987), हिम्मत और मेहनत (1987), नजराना (1987), मजाल (1987), जोशीले (1987), जवाब हम देंगे (1987), मिस्टर इंडिया (1987) , शेरनी (1988),  राम अवतार (1988), वक्त की आवाज (1988), सोने पे सुहागा (1988),  चालबाज (1989), चांदनी (1989), गुरु (1989), गैर कानूनी (1989), निगाहें (1989), बंजारन (1991), फरिश्ते (1991), पत्थर के इंसान (1991), लम्हे (1991), खुदा गवाह (1992),  हीर राँझा (1992), चन्द्रमुखी (1993), गुमराह (1993), गुरुदेव (1993), रूप की रानी चोरों का राजा (1993), चाँद का टुकड़ा (1994), लाडला (1994),आर्मी (1996), मि. बेचारा (1996), कौन सच्चा कौन झूठा (1997), जुदा,  ई (1997),  मि. इंडिया 2 (2007) आदि प्रमुख रही।
श्रीदेवी के आकस्मिक निधन पर उनकी पावन स्मृति को शतः शतः नमन्।

About the author

pyarauttarakhand5