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2019 के चुनावी जंग को फतह करने के लिए प्रधानमंत्री ने किया मंत्रीमंडल में विस्तार व फेरबदल

राष्ट्रपति ने 4 को केन्द्रीय मंत्री व 9 को राज्यमंत्री के रूप में दिलायी  शपथ।

रक्षामंत्री -निर्मला सीतारमन, रेल पीयूष, गडकरी-जल संसाधन व उमा भारती बनी पेयजल स्वच्छता मंत्री

नई दिल्ली(प्याउ)। प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 लोकसभा चुनावी जंग को फतह करने के लिए तेजी से महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए 3 सितम्बर को अपने मंत्रीमण्डल में बडा विस्तार व फेरबदल किया।
इस विस्तार में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन, पीयूष गोयल को रेलमंत्री, धर्मेन्द्र प्रधान को कौशल विकास व पेट्रोलियम मंत्री बनाया गया। वहीं इस बदलाव के बाद पहले से कबीना मंत्री सुरेश प्रभु को वाणिज्य मंत्री , स्मृति ईरानी को सूचना व प्रसारण मंत्री, नितिन गडकरी को जल संसाधन मंत्री व  उमा भारती का मंत्रालय बदल कर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री बनाया गया। देश में पहली बार किसी महिला को स्वतंत्र रूप से रक्षामंत्री बनाया गया। हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए एक कार्यकाल में रक्षा मंत्रालय भी अपने पास रखा हुआ था।
उल्लेखनीय है कि 3 सितम्बर की प्रातः 10.30 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 9 नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। राष्ट्रपति ने 4 को केन्द्रीय मंत्री व 9 को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी।
सबसे पहले शपथ लेने वालों में धर्मेन्द्र प्रधान ने मंत्री पद की शपथ ली। ऐसी खबर है कि उज्जवला योजना में सराहनीय कार्य करने के लिए उनको पद्दोन्नति दी गयी। उनको उडिसा के मुख्यमंत्री के रूप में भी उतारा जा सकता है।
इसके बाद मंत्री पद की शपथ ली वर्तमान राज्यमंत्री पीयूष गोयल जो महाराष्ट्र से है वे भाजपा के तेजतरार नेता है। अभी तक स्वतंत्र रूप से राज्यमंत्री  रहे और पेशे से चार्टड एकाउंटेंड है।  इसके बाद शपथ लेने वालों में  कर्नाटक से निर्मला सीतारमन, जो वर्तमान में स्वतंत्र राज्यमंत्री काॅमर्स व उद्योग मं्रत्री रही  उनको भी पद्दोन्नति दी गयी। इसके बाद वर्तमान अल्पसंख्यकों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को मंत्री पद की शपथ दिलायी। इन चारों को बेहतर कार्यो के लिए पद्दोन्नति दी गयी।
नये शपथ लेने वालों में सर्वप्रथम शपथ लेने वालों में उप्र के शिवप्रकाश शुक्ल को राज्य मंत्री पद की शपथ ली।  राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों में बिहार के वरिष्ठ भाजपा नेता अश्विनी कुमार चैबे रहे। इसके बाद राज्य मंत्री की शपथ लेने वालों में मध्य प्रदेश से छटी बार सांसद बने वीरेन्द्र प्रसाद रहे। जातिवाद के खिलाफ बडे नेता है। कर्नाटक से 5 बार सांसद रहे अनंत कुमार हेगडे को राज्यमंत्री के पद की शपथ ली। वे कर्नाटक के दबंग नेता के रूप में जाने जाते है इसके साथ ताइकाण्डों के दक्ष है।
इसके बाद बिहार के सांसद राजकुमार सिंह जिन्हे प्रायः लोग आर के सिंह के रूप में जानते है। वे कांग्रेस से राजनीति प्रारम्भ करने वाले आर के सिंह रहे। उन्ही के आदेश पर आडवाणी को रथ यात्रा के दोरान गिरफ्तार करने के साथ देश के गृह सचिव के रूप में जाने जाते है।
इसके बाद विदेश सेवा के प्रसिद्ध अधिकार हरदीप सिंह पुरी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। विदेश सेवा व राष्ट्रीय सुरक्षा के दक्ष माने जाते है। वे किसी सदन के सदस्य नहीं है।
इसके बाद शपथ ली राजस्थान से सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत को राज्य मंत्री के रूप से शपथ दिलायी।
इसके बाद उप्र के बागपत से भाजपा नेता डा सतपाल सिंह को राज्यमंत्री की शपथ दिलायी। भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ट अधिकारी रहे डा सतपाल सिंह मुम्बई, नागपुर व पुणे के पुलिस अधिकारी रही।
इसके बाद दिल्ली विकास प्राधिकार के पूर्व अध्यक्ष रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी अल्फोंस कन्ननाथनम को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलायी। अभी वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं है।

गौरतलब है कि इससे पहले शपथ ग्रहण करने वालों में राजकुमार सिंह,  हरदीप सिंह पुरी, अल्फोंस कन्ननाथनम, सत्यपाल सिंह ,शिव प्रताप शुक्ला, अश्विनि कुमार चैबे, अनंत कुमार हेगडे,गजेन्द्र चोहान, व विरेंद्र कुमार प्रमुख रहे। इसके साथ जिन मंत्रियों की पद्दोन्नति हुई उनमें  निर्मला सीतारमन, एमए नकवी, पीयूष ाोयल और धर्मेंद्र प्रधान है चर्चा में रहे।

हालांकि इस मंत्रिमण्डल के विस्तार में भाजपा सरकार के सहयोगी राजग के शिव सेना, जदयू, अन्नाद्रुमुक आदि घटकों के नेताओं को कोई जगह नहीं दी गयी।
इससे पहले केन्द्रीय मंत्रीमण्डल के 5 मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने वालों में उप्र में भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष बनाये गये महेन्द्र नाथ पाण्डे, राजीव प्रताप रूडी, बलियान, फग्गन सिंह कुलस्ते,  संजीव बालियान व कलराज मिश्रा । हालांकि उमा भारती को भी मंत्रीमण्डल से बाहर करने की खबर आ रही थी। परन्तु उमा भारती को मंत्रीमण्डल में बनाये रखा। लोग अटकलें लगा रहे थे कि उनको वर्तमान मंत्रालय के बजाय कोई नया मंत्रालय दिया जायेगा। शपथ ग्रहण के समय बनारस में होने के कारण उमा भारती में सम्मलित हो पायी।  वहीं रक्षामंत्री का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे वित्तमंत्री अरूण जेटली से भी यह पदभार लेकर किसी नये मंत्री को यह पदभार दिये जाने की अटकले लगायी जा रही थी। शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रीमण्डल में विस्तार को राजग के मंत्रीमण्डल में विस्तार बताने की जगह भाजपा के मंत्रीमण्डल में विस्तार बताया। हालांकि शपथ ग्रहण में हिमाचल व उत्तराखण्ड से भी एक सांसद को स्थान देने की फुसफुसाहट चल रही थी।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री चीन में ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना हो गये।  शपथ ग्रहण के एक घण्टे बाद मंत्रालयों के आवंटन की खबर आयी।
3 सितम्बर को शपथ ग्रहण किये मंत्रियों व राज्य मंत्रियों के विभागों का बंटवारा इस प्रकार से किया गया। पुराने मंत्रियों के विभागों में भी कुछ फेरबदल किया गया। जो निम्न है-
. धर्मेंद्र प्रधान– कौशल विकास व पेट्रोलियम मंत्रालय, पीयूष गोयल– रेल मंत्रालय साथ में कोयला मंत्रालय, . निर्मला सीतारमण- रक्षा मंत्रालय,. मुख्तार अब्बास नकवी– अल्पसंख्यक मंत्रालय,  सुरेश प्रभु– वाणिज्य मंत्रालय, स्मृति ईरानी– सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय. नितिन गडकरी– जल संसाधन मंत्रालय व  उमा भारती– पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय।
3 सितम्बर को  शपथ लेने वाले राज्य मंत्रियों को मंत्रालय इस प्रकार से आवंटन किये गये
 शिव प्रताप शुक्ला – वित्त राज्यमंत्री,  अश्विनी कुमार चैबे– स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री. वीरेंद्र कुमार- महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री,  अनंत कुमार हेगड़े- कौशल विकास राज्यमंत्री,  राजकुमार सिंह– ऊर्जा एवं नवीकरणीय एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार),. हरदीप सिंह पुरी- आवास एवं शहरी मामलों का मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), गजेंद्र सिंह शेखावत- कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, डा सत्यपाल सिंह-मानव संसाधन विकास मंत्रालय व  अल्फोंस कन्ननथनम– पर्यटन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार)।

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने टवीट् में अपना मंत्रालय में बदलाव का संकेत दे कर रेल के सहकर्मियों व रेल कर्मचारियों को साथ देने के लिए धन्यवाद दिया।

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